Last updated on April 20th, 2023 at 09:46 pm
हमारे समय में, यूरिन इन्फेक्शन एक बहुत ही आम समस्या है, जिसे आमतौर पर महिलाओं में ज्यादातर देखा जाता है। इस समस्या के साथ जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातों को जानना जरूरी होता है, जैसे यह कैसे होता है, इसके लक्षण क्या होते हैं, और इस समस्या को दूर करने के लिए कौन से नुस्खे अपनाए जाने चाहिए। इस लेख में हम आपको “31+ दादी माँ के नुस्खे फॉर यूरिन इन्फेक्शन इन हिंदी, पेशाब इंफेक्शन कैसे होता है, यूरिन इन्फेक्शन में क्या खाना चाहिए, यूटीआई के लक्षण, यूरिन इन्फेक्शन क्यों होता है” के बारे में विस्तार से बताएंगे।

Table of Contents
यूरिन इन्फेक्शन क्या होता है?
यूटीआई इन्फेक्शन एक ऐसी स्थिति होती है जब आपके यूरिनरी ट्रैक्ट में किसी विषैले कीटाणु या फिर बैक्टीरिया का संक्रमण हो जाता है। आमतौर पर, यह संक्रमण आपकी ब्लैडर, किडनी या फिर उसके आसपास के क्षेत्रों में होता है। यह एक बहुत ही सामान्य समस्या है जो महिलाओं और पुरुषों दोनों को प्रभावित करती है।
यह समस्या ज्यादातर महिलाओं को होती है क्योंकि महिलाओं के यूरिनरी ट्रैक में मल त्वचा के नीचे स्थित होता है, जिससे कि संक्रमण का जोखिम बढ़ जाता है। अधिकतर मामलों में, यूटीआई एक जलनाक्त और यूरिन निकालने में परेशानी का कारण बनता है।
यूरिन इन्फेक्शन कैसे होता है?
यूरिन इन्फेक्शन क्यों होता है? पेशाब में संक्रमण कई कारणों से हो सकता है। सबसे आम कारण इसके कई प्रकार के बैक्टीरिया होते हैं जो हमारे शरीर में प्रवेश करते हैं और यूरिनरी ट्रैक्ट में संक्रमण का कारण बनते हैं। इन बैक्टीरिया को यूरेथ्रा नामक ट्यूब के ज़रिए शरीर में प्रवेश करने का मौका मिलता है। यूरेथ्रा महिलाओं में पुरुषों की तुलना में छोटा होता है और इसलिए महिलाओं में पेशाब में संक्रमण होने का खतरा ज़्यादा होता है। कुछ अन्य कारण निम्नलिखित हैं:
- तरल पदार्थों का सेवन कम करना जैसे कि पानी या अन्य तरल पदार्थ
- सम्भोग से यूरेथ्रा में बैक्टीरियल इन्फेक्शन लगना
- अस्वस्थ और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों को इस इंफेक्शन का खतरा ज़्यादा होता है।
- पानी का कम सेवन करना
- शारीर को साफ़ न रखना
- गंदे टॉयलेट का इस्तेमाल करना
- पेशाब को लम्बे शमय तक रोके रखना
- गर्भावस्था के दौरान सावधानी न बरतना
- पथरी रोग का होना
- डायबिटीज (शुगर) का होना
- गंदा पानी और खाने का सेवन करना
- अधिक एंटीबॉयोटिक दवाओं का प्रयोग करना
वैसे तो ये इन्फेक्शन किसी के सामने भी हो सकता है, लेकिन महिलाओं में यह अधिक होने की संभावना होती है।

यूरिन इन्फेक्शन के लक्षण
पेशाब में संक्रमण होने पर कई लक्षण दिख सकते हैं, जो व्यक्ति के दिनचर्या और दिन की गतिविधियों को प्रभावित कर सकते हैं। यहां कुछ पेशाब में संक्रमण के आम लक्षण दिए गए हैं:
- बार-बार पेशाब की इच्छा: संक्रमण होने पर व्यक्ति को बार-बार पेशाब का इच्छा हो सकता है और पेशाब करने की आवश्यकता अक्सर बढ़ सकती है।
- पेशाब करते समय तकलीफ: संक्रमण के कारण पेशाब करते समय तकलीफ हो सकती है, जैसे कि जलन, दर्द या तीव्र वेदना।
- पेशाब के रंग में परिवर्तन: संक्रमण के कारण पेशाब का रंग बदल सकता है, जैसे कि पेशाब का रंग हल्का पीला या गहरा पीला हो सकता है।
- पेशाब के साथ खून: कुछ समय गंभीर संक्रमण के कारण पेशाब के साथ खून मिल सकता है, जो पेशाब को गहरा पीला या लाल रंग दे सकता है।
- बदबू: पेशाब में संक्रमण के कारण पेशाब की बदबू भी बदल सकती है और यह आमतौर पर असामान्य और अप्रिय होती है।
- पेट में दर्द: संक्रमण के कारण पेट में दर्द हो सकता है, जो पेशाब करते समय या उसके बाद और भी बढ़ सकता है।
- पेशाब में थक्का-धक्का: कई बार संक्रमण के कारण पेशाब में थक्का-धक्का या बुलबुले जैसी आवाज़ आ सकता है।
- गुर्दे की समस्याएँ: पेशाब में संक्रमण के कारण गुर्दे की समस्याएँ भी हो सकती हैं, जैसे कि गुर्दे में दर्द, सुजन, या पेशाब करने में कठिनाई।
- थकान और असहजता: संक्रमण के कारण व्यक्ति को थकान और असहजता की अनुभूति हो सकती है, जो उनकी दिनचर्या को प्रभावित कर सकती है।
- पेशाब में कमी: संक्रमण के कारण पेशाब में कमी हो सकती है, जैसे कि कम पेशाब या आक्रोद पेशाब करते समय।
- पेशाब में तरलता: संक्रमण के कारण पेशाब में तरलता या गाढ़ा पेशाब भी हो सकता है, जो आमतौर पर स्वाभाविक नहीं है।
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दादी माँ के नुस्खे फॉर यूरिन इन्फेक्शन इन हिंदी
यूटीआई एक ऐसी समस्या है जिससे कई महिलाएं परेशान हैं। लेकिन अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। दादी माँ के नुस्खे फॉर यूरिन इन्फेक्शन इन हिंदी या यूरिन इन्फेक्शन में घरेलू उपाय से आप घर पर ही इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।

- हल्दी और दूध: हल्दी में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण यूटीआई के लक्षणों को कम कर सकते हैं। एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पिएं। यह नुस्खा दिन में 2-3 बार ले सकते हैं।
- केला और दही: केले को पका हुआ और ठंडा दही के साथ मिलाकर खाने से यूटीआई इन्फेक्शन के लक्षण में आराम हो सकता है। केले में मौजूद विटामिन सी और दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं जो शरीर की प्राकृतिक प्रतिरक्षा को बढ़ा सकते हैं।
- जीरा और धनिया: जीरा और धनिया को पानी में उबालकर पिएं या उनका पाउडर बनाकर दूध या पानी में मिलाकर पिएं। जीरा में पाए जाने वाले एंटीबैक्टीरियल गुण पेशाब में इंफेक्शन के लक्षणों को कम कर सकते हैं।
- सेब का सिरका: एक गिलास गर्म पानी में दो चम्मच सेब के सिरके को मिलाकर नियमित रूप से पिएं। सेब का सिरका यूरिन ट्रैक्ट संक्रमण के कारण बढ़े हुए बैक्टीरिया को कम करने में मदद कर सकता है।
- पत्ता आम का रस: ताजा पत्ता आम को पीसकर रस निकाले और एक चम्मच रस को गुणगुणे गर्म पानी में मिलाकर पिएं। यह नुस्खा यूटीआई के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है।
- नारियल पानी: रोजाना नारियल पानी पीने से शरीर की हाइड्रेशन में सुधार होता है और यूटीआई इन्फेक्शन के बैक्टीरिया को बाहर निकालने में मदद मिलती है।
- गुलाबी पानी: गुलाबी पानी (रोज गुलाबी फूल के पानी में भिगो दें) को एक गिलास पानी में मिलाकर पिएं। यह प्राकृतिक ग्राम-पॉजिटिव बैक्टीरिया को कम करने में मदद कर सकता है जो यूरिन इन्फेक्शन का कारण बनता है।
- घी की मलाई: एक चम्मच घी की मलाई को गर्म दूध में मिलाकर पिएं। यह यूरिन ट्रैक्ट संक्रमण के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है।
- धनिया के बीज: धनिया के बीज को पीसकर एक चम्मच बीजों को गुणगुणे पानी में मिलाकर पिएं। यह एंटीमाइक्रोबियल गुणों से भरपूर होता है और यूटीआई के खिलाफ लड़ने में मदद कर सकता है।
- गौ मूत्र: गौ मूत्र को एक गिलास पानी में मिलाकर पिएं। गौ मूत्र में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो यूरिन इन्फेक्शन के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं।
- नीम के पत्ते: नीम के पत्ते को पानी में उबालकर नीबू के रस के साथ मिलाकर पिएं। नीम के पत्ते में एंटीमाइक्रोबियल और एंटीफंगल गुण होते हैं जो पेशाब में इंफेक्शन के खिलाफ लड़ने में मदद कर सकते हैं।
- गाय का दूध: गाय का दूध पीने से भी यूटीआई के लक्षणों को कम किया जा सकता है। गाय के दूध में विटामिन और मिनरल की अच्छी मात्रा होती है जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं।
- गर्म पानी का सेवन: गर्म पानी पीने से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है और यूरिन इन्फेक्शन के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है। नियमित रूप से गर्म पानी पीने से शरीर में मौजूद कीटाणु और अन्य कीटाणुओं को मारने में मदद मिलती है।
- तुलसी की पत्तियां: तुलसी की पत्तियों को पानी में उबालकर उस पानी को पीने से यूरिन ट्रैक्ट संक्रमण के लक्षण कम हो सकते हैं। तुलसी की पत्तियों में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं जो कीटाणुओं के विकास को रोक सकते हैं।
- लहसुन की पत्तियां: लहसुन की पत्तियों को पानी में उबालकर उस पानी को पीने से यूटीआई इन्फेक्शन के लक्षण कम हो सकते हैं। लहसुन में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं जो कीटाणुओं के विकास को रोक सकते हैं।
- प्याज का रस: प्याज के रस में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो यूटीआई के लक्षणों को दूर करने में मदद करते हैं। प्याज के एक छोटे से टुकड़े को चबा लें या उसका रस निकालकर पी लें। इसे दिन में दो-तीन बार करें।
- दही: दही में प्रोबायोटिक होते हैं जो पेशाब में इंफेक्शन के लक्षणों को दूर करने में मदद करते हैं। दही को रोजाना खाएं या फिर इसे चाशनी में मिलाकर पी लें।
- क्रैनबेरी जूस: यह यूरिन ट्रैक्ट संक्रमण से निपटने के लिए एक लोकप्रिय नुस्खा है। क्रैनबेरी जूस में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो बैक्टीरिया को मार सकते हैं। आप अपनी पसंद के अनुसार शुद्ध क्रैनबेरी जूस पी सकते हैं।
- नींबू पानी: नींबू पानी यूटीआई से लड़ने के लिए एक अच्छा उपाय है। इसमें विटामिन सी होता है जो बैक्टीरिया को मारने में मदद करता है। एक गिलास गर्म पानी में एक नींबू का रस निचोड़ें और इसे दिन में दो बार पीएं।
- केले के पत्ते: पेशाब में इंफेक्शन के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। केले के पत्तों को पीसकर उन्हें पानी में मिलाकर पीने से यूटीआई इन्फेक्शन के लक्षण जैसे बार-बार पेशाब आना, पेशाब में जलन या दर्द कम हो सकते हैं।
- आंवला: आंवला में विटामिन सी की अधिक मात्रा होती है, जो शरीर के लिए बेहद फायदेमंद है। रोजाना इसका सेवन करने से पाचन प्रक्रिया में सहायता मिलती है और साथ ही इसके रस को पिने से शरीर के कीटाणु भी मर्यादित हो जाते हैं, जो मूत्र इन्फेक्शन को ठीक करने में मदद करता है।
- चावल का पानी: भिगोये हुए चावल के साफ़ पानी में एक चम्मच चीनी मिलाकर पिने से यूरिन इन्फेक्शन के कारण पेशाब में होने वाले जलन से बहुत राहत मिलती है।
- बादाम, छोटी इलायची और मिश्री: बादाम के 5-7 गिरी, छोटी इलायची और मिश्री को पीस कर इसे पानी में डालकर पिएँ। इससे यूटीआई से ग्रसित व्यक्ति को पेशाब करते वक्त होने वाले दर्द से राहत एवं पेशाब में जलन में राहत मिलती है।
- इलायची को अनार के रस के साथ पिएं: 5-7 इलायची के दानों को पीस कर, आधा चम्मच सोंठ पाउडर मिलाकर साथ ही अनार का रस और सेंधा नमक मिलाएँ और इसे गुनगुने पानी में मिलाकर पिएँ। यह यूटीआई को ठीक करने का आयुर्वेदिक तरीका है।
- पानी में फुले हुए गेहूं खाए: यह बात सही है कि गेहूं के दाने पेशाब में इंफेक्शन को ठीक करने में मददगार होते हैं। इसमें उपस्थित एक विशेष प्रोटीन यूरीसीन अधिक मात्रा में होता है, जो यूरीन से बाहर निकलने में मदद करता है। इसलिए अगर आपको यूटीआई हो जाता है तो रात में एक मुट्ठी गेहूं के दाने को पानी में भिगोकर, सुबह पानी छान लेने के बाद गेहूं को मिश्री या गुड के साथ खाए इससे यूटीआई इन्फेक्शन को ठीक करने में बहुत फायदा मिलता है |
- अनानास का जूस पिए: अनानास का रस पीने से आपके शरीर को खराब बैक्टीरिया से छुटकारा पाने में मदद मिलती है, जो यूटीआई (मूत्र पथ के संक्रमण) को रोकने में मदद कर सकता है।
- छाछ और दही का उपयोग अवश्य करें: ये स्वस्थ के लिए फायदेमंद होते हैं और यदि किसी को मूत्र इंफेक्शन की समस्या होती है तो उन्हें रोजाना भोजन में छाछ और दही का उपयोग करना चाहिए। इससे शरीर में मौजूद बैक्टीरिया को खत्म किया जा सकता है और आराम मिलता है।
- तिल और गुड़: हर दिन थोड़े से तिल को थोड़े गुड़ के साथ मिलाकर खाएं। इसमें मौजूद विटामिन्स, फाइबर और एटीआक्सीडेंट यूटीआई इन्फेक्शन को ठीक करने में मदद करते हैं।
- करौंदा: यह साइट्रस फलों का एक अच्छा स्रोत है जिसमें कैल्शियम होता है। इसे खाने से शरीर के अन्दर की बैक्टीरिया कम होती है और यूटीआई इन्फेक्शन ठीक होता है।
- सौंठ: थोड़ी सी सौंठ, अजवाइन और मेथी दाने को पीस लें। इसे दिन में दो बार शहद के साथ मिलाकर लें। यह कॉम्बिनेशन यूरिन रिलेटेड प्रॉबल्म दूर करने में उपयोगी होता है।
- मेथी के बीज: रात में थोड़े से मेथी के बीज पानी में भिगोकर सुबह खाएं। इसमें मौजूद पोटाशियम जैसे खनिज और डाइटरी फाइबर यूरिनरी ट्रैक को स्वस्थ बनाए रखते हैं।
- लौकी का रस: रोजाना सुबह ताजा लौकी का रस पीने से यूटीआई से बचा जा सकता है। इस बात का ध्यान रखें कि जूस कड़वा न हो।
- अनार के छिलके: अनार के छिलकों का पेस्ट बनाएं और इसे शहद के साथ ले। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स यूरिनरी ट्रैक इंफेक्शन को रोकने में मदद करते हैं।

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Tip: काढ़ा एक ऐसा घरेलू नुस्खा है जो यूटीआई को ठीक करने में मददगार साबित होता है। कादा बनाने के लिए, कुछ पत्तियों को अदरक और नींबू के साथ उबालें और फिर इसमें शहद डालकर पीने से यूटीआई इन्फेक्शन ठीक हो सकता है।
दादी माँ के नुस्खे फॉर यूरिन इन्फेक्शन बहुत ही प्रभावी हो सकते हैं। ये नुस्खे प्राकृतिक होते हैं और आमतौर पर किसी भी तरह के साइड इफेक्ट्स के बिना काम करते हैं। यदि आपको पेशाब में इंफेक्शन होता है तो आपको दादी माँ के ये नुस्खे अवश्य ट्राई करने चाहिए। हालांकि, यदि आपके संक्रमण काफी गंभीर होता है तो आपको डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
यूरिन इन्फेक्शन के नुकसान
- संतान ध्वनि: यूरिन इन्फेक्शन के कुछ रूप गर्भवती महिलाओं की संतान ध्वनि को प्रभावित कर सकते हैं। गर्भवती महिलाओं में यूटीआई उच्च रिस्क ग्रुप के रूप में गिना जाता है, और यह प्रजनन तंत्र को प्रभावित करके संतान ध्वनि को बढ़ा सकता है।
- गुर्दे की समस्याएँ: गुर्दे में संक्रमण या यूटीआई इन्फेक्शन द्वारा नुकसान हो सकता है। गुर्दे के संक्रमण लम्बे समय तक अनदेखा रह सकते हैं और गुर्दे की कार्यक्षमता को कम कर सकते हैं।
- प्रजनन तंत्र की समस्याएँ: यूटीआई इन्फेक्शन के प्रभाव से प्रजनन तंत्र की समस्याएँ हो सकती हैं, जैसे कि योनि में संक्रमण, गर्भाशय में संक्रमण, और ग्राम-नेगेटिव बैक्टीरिया के संचार के कारण गर्भावस्था के दौरान शिशु को नुकसान पहुंच सकता है।
- आपेक्षित उपचार की समय में बढ़ोतरी: यदि यूटीआई के उपचार की समय करते समय देरी होती है, तो यह इंफेक्शन और नुकसान को बढ़ा सकता है। यदि समय पर उचित उपचार नहीं किया जाता है, तो यूटीआई इन्फेक्शन गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है, जैसे कि गुर्दे की समस्याएँ, यौन संचार के बढ़ते हुए खतरे, और अन्य समस्याएँ।
- दैनिक गतिविधियों में प्रभाव: यूटीआई के दौरान पेशाब करने में तकलीफ, जलन, और दर्द के कारण दैनिक गतिविधियों में प्रभाव पड़ सकता है। यह समस्या काम करने और सामाजिक गतिविधियों में भाग लेने में परेशानी पैदा कर सकती है।
- आरोग्य खर्च: पेशाब में इंफेक्शन के उपचार और बचाव के लिए आरोग्य खर्च बढ़ सकते हैं, जैसे कि दवाओं, जांचों, और अन्य चिकित्सा विचार की लागत। यह आर्थिक बोझ पैदा करके परिवार और व्यक्ति की आर्थिक स्थिति पर असर डाल सकता है।
यूरिन इन्फेक्शन कितने दिन में ठीक होता है?
यूटीआई इन्फेक्शन की ठीकी गुर्ती कई फैक्टर्स पर निर्भर करेगी, जैसे कि संक्रमण का प्रकार, इसकी गहराई और रोगी की स्थिति।
यूरिन इन्फेक्शन में क्या खाना चाहिए
- पानी: दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए।
- ताजे फल और सब्जियां: ताजी फल और सब्जियां खाने से आपको विटामिन और मिनरल की अधिक मात्रा मिलती है जो आपके शरीर को निरोगी रखने में मदद करते हैं।
- दूध एवं दूध से बनी चीजें: दूध आपके शरीर को प्रोटीन और कैल्शियम की आवश्यकता पूरी करता है। अतः दूध, पनीर, दही आदि खाने से लाभ होता है।
- आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां: आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों में विशेष तत्व होते हैं जो यूटीआई को ठीक करने में मदद करते हैं। जैसे कि तुलसी, सोंठ, आमला आदि।

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यूरिन इन्फेक्शन में क्या नहीं खाना चाहिए
- मीठे और तले हुए खाद्य पदार्थ: पेशाब में इंफेक्शन के समय मीठे और तले हुए खाद्य पदार्थ खाने से बचें। इससे आपको जलन और तकलीफ हो सकती है। इसलिए आपको नमकीन नाश्ते जैसे कि समोसे, चिप्स, आदि खाने से बचना चाहिए।
- तीखे और मसालेदार खाद्य पदार्थ: तीखे और मसालेदार खाद्य पदार्थ जैसे कि मिर्च, नमकीन नाश्ते, आदि आपके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होते हैं। ये खाद्य पदार्थ आपके यूरिनल नलिका को आघात पहुंचा सकते हैं। इससे आपको यूरिन निर्गत करने में तकलीफ हो सकती है। इसलिए आपको तीखे और मसालेदार खाद्य पदार्थों से दूर रहना चाहिए।
- अल्कोहल और कॉफी: अल्कोहल और कॉफी यूटीआई के समय नहीं पीने चाहिए। इससे आपकी बॉडी द्रवों की मात्रा बढ़ जाती है और यूरिन निर्गत करने में आपको तकलीफ हो सकती है। इससे आपकी समस्या बढ़ सकती है। इसलिए आपको इन दोनों के सेवन से बचना चाहिए।
- फलों की विशेषताएं: यूटीआई इन्फेक्शन के समय आपको कुछ विशेष फलों से दूर रहना चाहिए। जैसे कि कच्चे आम, केला, सेब, आदि। ये फल एसिडिटी के कारण आपकी समस्या बढ़ा सकते हैं। इससे आपको जलन और तकलीफ हो सकती है।
- चीनी: यूटीआई के समय आपको अधिक चीनी से दूर रहना चाहिए। चीनी आपकी समस्या को और बढ़ा सकती है। इससे आपको जलन और तकलीफ हो सकती है।
यूटीआई के दौरान कौन सी बातों का ध्यान रखे
- पर्याप्त पानी पिएं: रोजाना कम से कम 8 गिलास पानी पीना चाहिए ताकि आपके शरीर से विषैले पदार्थ निकल सकें।
- स्वच्छता का ध्यान रखें: अपने बाथरूम, शौचालय और स्किन को साफ रखें।
- सही तरीके से साफ सफाई करें: जब भी शौच जाएं, तो फीमेल अपनी फ्रंट टू बैक सफाई करें। यदि आप मेल हैं, तो आपको लिंग की सफाई के लिए ऊतक धोने की आवश्यकता होगी।
- सुधार करें आहार: आपके आहार में ज्यादा से ज्यादा फल, सब्जियां और प्रोबायोटिक खाद्य पदार्थ शामिल करें ताकि आपके शरीर को विषैले पदार्थ निकालने में मदद मिल सके।
- दवाओं का सेवन करें: यदि डॉक्टर ने दवा दी है, तो उसे समय पर लें और उसे पूरी तरह से खत्म करें।
- रुक जाएं: आप अपने शरीर को धक्कों और ज़ोर देने वाली गतिविधियों से बचाएं, जैसे कि भारी वजन उठाना, दौड़ना या साइक्ल चलाना।
- नेचुरल योग्यता बढ़ाना: दूसरी समस्याओं के साथ यूरिन इन्फेक्शन भी एक कमजोर नेचुरल योग्यता का फल हो सकता है। इसलिए, आपको संतुलित डाइट लेने, नियमित व्यायाम करने और समय-समय पर आराम करने की सलाह दी जाती है।
- डॉक्टर से संपर्क करें: यदि आप यूरिन इन्फेक्शन के लक्षणों से जूझ रहे हैं तो डॉक्टर से संपर्क करें और उनसे सलाह लें।
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Frequently Asked Questions (FAQ)
Q1 यूरिन इन्फेक्शन क्या होता है?
Ans: पेशाब में इंफेक्शन एक बैक्टीरियल संक्रमण होता है जो कि आपके यूरिनरी सिस्टम में होता है। इसमें संक्रमित व्यक्ति को पेशाब करते समय दर्द और जलन महसूस होता है।
Q2 दादी माँ के नुस्खे क्या हैं जो यूटीआई इन्फेक्शन से राहत दिलाते हैं?
Ans: दादी माँ के नुस्खों में कुछ प्रमुख हैं जैसे कि करी पत्ते, तुलसी, अदरक, नींबू और दही। ये सभी पेशाब में इंफेक्शन के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं।
Q3 दादी माँ के तरीकों को कैसे इस्तेमाल किया जाता है?
Ans: दादी माँ के नुस्खों का इस्तेमाल बहुत सरल है। आप ये सभी नुस्खे अपने घर में ही तैयार कर सकते हैं और फिर इन्हें सेवन कर सकते हैं। आप इन्हें नींबू पानी, शहद या दूध के साथ भी ले सकते हैं।
Q4 पेशाब में इंफेक्शन के घरेलू उपचार कितने समय तक लेने चाहिए?
Ans: यह अलग-अलग मामलों पर निर्भर करता है। यदि आप यूटीआई के शुरूआती लक्षणों को देख रहे हैं तो आप दादी माँ के नुस्खे का इस्तेमाल 3-5 दिन तक कर सकते हैं। लेकिन यदि लक्षण बढ़ते हैं या अधिक संबंधित होते हैं तो आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
Q5 यूटीआई इन्फेक्शन से बचने के लिए क्या उपाय हैं?
Ans: यूटीआई से बचने के लिए कुछ उपाय हैं जैसे कि पेशाब करने के बाद अच्छी तरह से साफ़ हो जाना, प्रतिदिन काफ़ी पानी पीना, शौच के समय साफ़ स्थान पर बैठना, स्ट्रेस कम करना और लेने के बाद संभोग से पहले और बाद में साफ रखना।
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Disclaimer: दादी माँ के नुस्खे फॉर यूरिन इन्फेक्शन इन हिंदी से संबंधित जानकारी केवल सामान्य ज्ञान के उद्देश्यों के लिए है। इस जानकारी का उपयोग करने से पहले, कृपया अपने चिकित्सक से परामर्श करें। हम इस साइट पर दी गई किसी भी जानकारी के उपयोग से होने वाली किसी भी नुकसान या हानि के लिए ज़िम्मेदार नहीं हैं।