शीघ्र स्खलन का इलाज योग की 1 Magical गाइड

शीघ्र स्खलन एक सामान्य समस्या है जो कि नारी और पुरुष दोनों को प्रभावित करती है। इस समस्या से बचने के लिए लोग अलग-अलग तरीकों का प्रयोग करते हैं, जैसे कि दवाइयों, व्यायाम, आहार आदि। हालांकि, योग एक ऐसा उपाय है जो शीघ्रपतन को निजात दिलाने के साथ-साथ शरीर के साथ मानसिक स्थिरता भी प्रदान करता है।

प्रीमेच्योर इजेकुलेशन का इलाज योग के माध्यम से किया जा सकता है। योग के अभ्यास से शरीर का नियंत्रण बढ़ता है और मन शांत होता है, जिससे प्रीमेच्योर इजेकुलेशन रोका जा सकता है। इस लेख में, हम शीघ्र स्खलन का इलाज योग के बारे में बात करेंगे और आपको उन योगासनों के बारे में बताएँगे जो इस समस्या से निजात पाने में मदद कर सकते हैं।

शीघ्र स्खलन क्या है?

हमेशा स्खलन का समय निर्धारित नहीं होता है। कुछ लोगों के लिए, इस समस्या का सामना आधिक होता है जो उन्हें शर्मिंदा कर सकती है। शीघ्रपतन एक ऐसी समस्या है जिसमें पुरुष अपने विवेक के बिना बहुत जल्दी स्खलित हो जाता है। यह उन लोगों को प्रभावित करता है जो संभोग से पहले बहुत जल्दी स्खलित हो जाते हैं। इस समस्या के लिए योग एक अतिरिक्त उपाय हो सकता है।

शीघ्र स्खलन का इलाज योग की 1 Magical गाइड

योग क्या है?

योग ध्यान, तर्क और तपस्या के माध्यम से मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक स्वस्थता का एक प्रकार का अभ्यास है। योग भारतीय संस्कृति का हिस्सा है और वह विभिन्न प्रकार के अभ्यासों, उपायों और तकनीकों से मिलकर बनता है। योग का उद्देश्य शरीर, मन और आत्मा को संतुलित करना होता है। इसलिए, योग को धार्मिक अभ्यास, ज्ञान, आध्यात्मिकता और चिकित्सा का एक मिश्रण माना जाता है।

योग के फायदे

योग कई तरह के लाभ देता है, जो शारीरिक और मानसिक दोनों के होते हैं। योग आपको तनाव मुक्त रखता है, जो शीघ्रपतन का मुख्य कारण हो सकता है। इसके अलावा, योग आपको तनाव मुक्त रखने के साथ-साथ विभिन्न अन्य समस्याओं से निजात दिलाता है जो आपकी सेक्स लाइफ पर असर डाल सकती हैं।

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शीघ्र स्खलन का इलाज योग

योग शीघ्रपतन के लिए एक अतिरिक्त उपाय हो सकता है। निम्नलिखित योगाभ्यास आपको प्रीमेच्योर इजेकुलेशन से निजात दिलाने में मदद कर सकते हैं:

अश्विनी मुद्रा

अश्विनी मुद्रा शीघ्रपतन को रोकने के लिए एक अत्यंत प्रभावी योगासन (शीघ्र स्खलन का रामबाण इलाज) है। मैट बिछाने के बाद अश्विनी मुद्रा करने के लिए निम्न चरणों का पालन करें:

शीघ्र स्खलन का इलाज योग की 1 Magical गाइड
  1. सुखासन या पद्मासन में बैठें।
  2. गहरी सांस लें और सांस को धीरे-धीरे छोड़ें।
  3. अपने ध्यान को अपनी सांसों से हटाकर अपने गुदाद्वार पर लगाएं।
  4. मलद्वार को अंदर की ओर सिकोड़ें और कुछ समय तक इस स्थिति में रहें।
  5. फिर धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में आ जाएं।
  6. इस प्रक्रिया को अपनी क्षमतानुसार कुछ बार दोहराएं।

पाद हस्तासन

पाद हस्तासन शीघ्र स्खलन का रामबाण इलाज है।

शीघ्र स्खलन का इलाज योग की 1 Magical गाइड
  • सीधे खड़े होकर योग मैट पर दोनों हाथ हिप्स पर रखें।
  • अपनी सांस को भीतर की ओर ले जाकर घुटनों को मुलायम बनाएं।
  • कमर को मोड़ते हुए आगे की ओर झुकें।
  • शरीर को संतुलित करने का प्रयास करें।
  • हिप्स और टेलबोन को हल्का सा पीछे की ओर ले जाएं।
  • हिप्स को धीरे-धीरे ऊपर की ओर उठाएं तथा ऊपरी जांघों पर दबाव पैदा होगा।
  • अपने हाथों को पैर के पंजों के नीचे रखें। आपके पैर एक-दूसरे के समानांतर रहेंगे।
  • आपका सीना पैरों से छूता रहेगा। सीने की हड्डियों और प्यूबिस के बीच थोड़ा खाली स्थान होगा।
  • जांघों को अंदर की तरफ दबाएं और शरीर को एड़ी के बल स्थिर रखें।
  • सिर को नीचे की तरफ झुकाएं और टांगों के बीच से झांकें।
  • इसी स्थिति में 15-30 सेकंड तक स्थिर रहें।
  • जब इस स्थिति से बाहर निकलना हो, पेट और नीचे के अंगों को सिकुड़ा दें।
  • सांस को अंदर की ओर ले जाएं और हाथ हिप्स पर रखें।
  • धीरे-धीरे ऊपर की तरफ उठें और सामान्य होकर खड़े हो जाएं। 

उत्तानपादासन

शीघ्र स्खलन का रामबाण इलाज है उत्तानपादासन।

शीघ्र स्खलन का इलाज योग की 1 Magical गाइड
  1. सबसे पहले एक दरी या मैट लें और किसी शांत जगह पर इसे बिछा दें।
  2. इस मैट पर पीठ के सहारे सीधा लेट जाएं।
  3. अपने दोनों पैरों को आपस में जोड़ लें। इस दौरान आपके दोनों पैरों की एड़ियां और उंगलियां आपस में छूनी चाहिए।
  4. अपने दोनों हाथ अपने शरीर के पास में रखें और आपकी हथेलियां जमीन के साथ टच करें।
  5. अब सांस अंदर खींचे और अपनी दाईं टांग को ऊपर 30 डिग्री के कोण तक उठायें।
  6. कुछ देर बाद सांस बाहर छोड़ें और अपनी इस टांग को धीरे-धीरे नीचे की तरफ ले आएं।
  7. कुछ देर आराम करने के बाद इसी प्रक्रिया को दूसरी टांग के साथ दोहराएं।
  8. इस पूरी प्रक्रिया को दोनों टांगों के साथ कम से कम तीन बार दोहराना चाहिए।

पवनमुक्तासन

इस आसन में, आप अपने पेट को समतल लेते हैं और अपने घुटनों को अपनी छाती के पास ले जाते हैं। इससे आपके पेट के मांसपेशियों में खून का निर्वाह बढ़ता है और आपके शरीर के तापमान को कम करता है, जो प्रीमेच्योर इजेकुलेशन को कम करने में मदद कर सकता है।

शीघ्र स्खलन का इलाज योग की 1 Magical गाइड
  • फर्श पर अपने पेट के बल लेट जाएं और अपने सिर को अपने हाथों पर टिका लें।
  • अपने बाएं घुटने को मोड़ें और अपनी ठुड्डी को अपनी छाती से सटाएं। जब आप बैठे हों तो यह आपको आराम से रहने में मदद करेगा।
  • जब आप साँस छोड़ते हैं, तो अपनी उंगलियों को गूंथ लें और उन्हें अपने घुटनों के नीचे रखें। फिर अपने बाएं घुटने की मदद से अपनी छाती को छूने की कोशिश करें।
  • इसके बाद अपने सिर को फर्श से ऊपर उठाएं और अपनी नाक को अपने घुटने से छूने की कोशिश करें।
  • सिर को ऊपर उठाकर नाक को घुटनों से छूने के बाद कुछ सेकेंड इसी मुद्रा में रहें और फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ें।
  • अब यही पूरी प्रक्रिया दाएं पैर से भी करें और इस मुद्रा को 3 से 5 बार दोहराएं।

शवासन

शीघ्र स्खलन का इलाज योग की 1 Magical गाइड

शवासन योग का एक महत्वपूर्ण आसन है। इसमें, आप समतल लेट जाते हैं और अपने शरीर को ढीला करते हुए शांति से साँस लेते हैं। इससे आपका शरीर तनावमुक्त होता है, जो शीघ्रपतन से निजात दिलाने में मदद कर सकता है।

शीघ्र स्खलन से बचने के लिए अन्य योगासन

प्रीमेच्योर इजेकुलेशन से बचने के लिए कुछ अन्य योगासन हैं जो बहुत प्रभावी होते हैं। ये योगासन न केवल प्रीमेच्योर इजेकुलेशन के इलाज में मदद करते हैं, बल्कि इससे आपके शरीर की गतिशीलता भी बढ़ती है। यहाँ इन योगासनों के बारे में बताया गया है।

  1. मूलाधार बंध: मूलाधार बंध करने से आपके शरीर में ऊर्जा का फ्लो बढ़ता है। इसके लिए, आपको अपने बैठते समय अपने दोनों हाथों से अपनी टखनी को जड़ से पकड़ना होगा। फिर, आपको अपने बैठते समय कोशिकाओं को धीरे-धीरे अपने शरीर के मध्य में खींचना होगा। इसे कुछ सेकंडों तक रोकने के बाद, धीरे-धीरे छोड़ें। इस योगासन को करने से आपके शरीर में ऊर्जा का फ्लो बढ़ता है जो शीघ्रपतन से बचने में मदद करता है।
  2. वज्रासन: इस योगासन के लिए, आपको अपनी टखनी पर बैठना होगा। फिर, अपने पैरों को आपस में मिलाकर आराम से बैठ जाएं। इससे आपके शरीर में ऊर्जा का फ्लो बढ़ता है जो शीघ्र स्खलन से बचने में मदद करता है।
  3. केगल एक्सरसाइज: केगल एक्सरसाइज करने से आपके पेशाब करने के नियंत्रण में सुधार होता है। जब आप इसे रोक पाएं, तब आपको इसे कुछ सेकंडों तक रोकना होगा। फिर धीरे-धीरे छोड़ें। इसे करने से आपके पेशाब करने के नियंत्रण में सुधार होता है जो शीघ्रपतन से बचने में मदद करता है।

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पेनिस की नसों के लिए योग

पश्चिमोत्तानासन

सेक्सुअल परफॉर्मेंस को शानदार बनाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण आसन है। यह पेनिस और गुदा के बीच की पेरिनियल मांसपेशियों को मजबूत करके यौन प्रदर्शन को बेहतर बनाने में मदद करता है, जिससे लिंग अधिक लोचदार हो सकता है और रक्त संचार बढ़ सकता है। यह पीठ के निचले हिस्से और लिंग में तंत्रिका तंत्र को बेहतर बनाने में भी मदद करता है।

नौकासन

नौकासन आपके पेट की मांसपेशियों को टोन करने में मदद करती हैं, जिससे आपको लंबे समय तक और अधिक शक्तिशाली सेक्स करने में मदद मिल सकती है।

नौकासन, या नाव मुद्रा में, आप चटाई पर अपनी पीठ के बल सीधे लेट जाते हैं और अपने पैरों और धड़ को हवा में ऊपर उठा लेते हैं। आप अपने हाथों से ज़मीन को पकड़ सकते हैं, या अपने हाथों को अपने पैरों की ओर फैला कर रख सकते हैं। कुछ देर इसी मुद्रा में रह सकते हैं, फिर सांस छोड़ते हुए पहले वाली स्थिति में आ जाएं। शुरुआत में अपनी आंखों, हाथों और पैरों की उंगलियों को एक सीध में रखने की कोशिश करें, लेकिन कुछ बार अभ्यास करने के बाद ही आप ऐसा कर सकते हैं।

उत्तानपादासन

यह आसन पेट, नाभि, कूल्हों और जांघ की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करता है। इससे जननांग क्षेत्र में रक्त प्रवाह बढ़ सकता है, जो आपके और आपके साथी दोनों के लिए सेक्स को अधिक आनंददायक बना सकता है।

सबसे पहले फर्श पर पीठ के बल लेट जाएं। आपके दोनों हाथ आपके बगल में फैले हुए होने चाहिए, आपके पैर 45 डिग्री के कोण पर हों। फिर गहरी सांस लें और अपने दोनों पैरों को छत की तरफ ऊपर उठाएं। कुछ सेकंड के लिए इसी स्थिति में रहने का प्रयास करें और फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए वापस फर्श पर स्थिति में आ जाएं।

धनुरासन

यह आसन आपके जननांग अंगों को स्वस्थ और ठीक से काम करने में मदद करता है। पेट के बल सीधे लेटने से इरेक्टाइल डिस्फंक्शन और शीघ्रपतन की समस्याओं को दूर करने में मदद मिल सकती है। सबसे पहले अपने पैरों को जितना हो सके उतना चौड़ा कर लें। फिर अपने पैरों को ऊपर और सिर की तरफ उठाएं और दोनों हाथों से अपने पैरों की उंगलियों को पकड़ लें। अंत में अपनी छाती को जमीन से ऊपर उठाने की कोशिश करें।

मारजार्यासन

यह आसन फेफड़ों, पेट की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करता है और शरीर में ऑक्सीजन के प्रवाह को बनाए रखता है। यह सहनशक्ति और ऊर्जा को बेहतर बनाने में मदद करता है, जो लंबे समय तक बना रह सकता है। इस मुद्रा को करने के लिए दोनों हाथों और पैरों को बिल्ली की तरह जमीन पर रखें, हथेलियां कंधों की सीध में और घुटने कूल्हों की सीध में हों। रीढ़ की हड्डी भी सीधी होनी चाहिए।

जब आप सांस अंदर लें तो अपने चेहरे, ठुड्डी, छाती और पेट को ऊपर की ओर खींचना सुनिश्चित करें।

साँस छोड़ने के बाद, आपके पेट को ऊपर जाना है और आपके चेहरे, ठोड़ी और छाती को नीचे जाना है।

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सेतुबंध सर्वांगासन

यह आसन आपकी रीढ़ को लचीला और कमर को पतला रखने में मदद करता है, जिससे आप लंबे समय तक जवान और ऊर्जावान नजर आते हैं। अपने हाथों को अपने बगल में रखकर अपनी पीठ के बल लेट जाएं और अपने पैरों को इस तरह मोड़ें कि आपके पैर आपके कूल्हों के करीब हों।

इस एक्सरसाइज के लिए आपको अपने मध्य भाग को अपने पैरों के घुटने के स्तर से ऊपर उठाना होगा। आपका सिर और कंधे जमीन से जुड़े रहेंगे और आपको पांच से दस सेकंड तक इसी स्थिति में रहना चाहिए। इसके बाद आप अपनी सामान्य स्थिति में आ जाएंगे।

स्ट्रेचिंग

स्ट्रेचिंग पेनिस की नसों को मजबूत करने के लिए स्ट्रेचिंग एक बेस्ट व्यायाम है। यह पेनिस की लंबाई बढ़ाने में भी मदद करती है।

स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज को करने के लिए सबसे पहले लिंग को उसके सिरे से हलके हाथों से पकड़ें। इसके बाद उसे घुटने की तरफ खींचे। 20 से 30 सेकेंड के लिए पेनिस को इसी स्थिति में रहने दें। इसके बाद फिर लिंग को नाभि की ओर स्ट्रेच करें। इस सिचुएशन में भी 20 से 30 सेकेंड के लिए रखें। अब इसे दाईं और बाईं दिशा में खींचें। यहां भी 20 से 30 सेकेंड तक स्ट्रेच्ड करें। अब इसे नॉर्मल स्थिति में ले आएं। यह एक्सरसाइज लगातार करते रहने से आपके लिंग की लंबाई भी बढ़ेगी और इरेक्शन में भी मदद मिलेगी।

शलभासन

शलभासन एक योग मुद्रा है जो लिंग की नसों और मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करती है। यह आसन लोग अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए करते हैं। जब आप श्वास लें तो अपना दाहिना पैर उठाएं। अपना पैर सीधा रखें। अपने कूल्हे को अपने पैर से मत मारो। रुकें और सांस लें। साँस छोड़ें और अपने दाहिने पैर को नीचे करें। यही प्रक्रिया अपने बाएं पैर से दोहराएं। 2-3 गहरी सांसें लें। अपने हाथों से मुट्ठियां बनाएं और उन्हें अपनी जांघ के नीचे रखें।

शीघ्र स्खलन का इलाज योग की 1 Magical गाइड

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लिँग बढाने के योग

  1. नौकासन
  2. फलकासन
  3. उत्तानपादासन
  4. पश्चिमोत्तानासन
  5. धनुरासन

लिंग वृद्धि के 5 अभ्यास

यहां लिंग वृद्धि के 5 अभ्यास दिए गए हैं जो आपको सभी वांछित परिणाम देंगे:

  • स्ट्रेचिंग : विशेषज्ञों के अनुसार यह एक लोकप्रिय तरीका है जिससे आप अपने लिंग को बड़ा कर सकते हैं। अपने लिंग को सिर के पीछे पकड़ें और उसे घुटने की ओर नीचे खींचें। इसके शाफ़्ट में आपको खिंचाव महसूस होगा। 20-30 सेकंड के लिए उसकी स्थिति में रहें। लिंग को वापस लाएं और फिर उसे अपनी नाभि की ओर ऊपर खींचें। 20-30 सेकेंड के लिए फिर से रुकें। इसे दाएं और बाएं दिशा में खींचें। मूल स्थिति में वापस आ जाओ। आराम करो।
  • रोटेटिंग स्ट्रेच: अपने लिंग को बड़ा करने के लिए एक और स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज है रोटेटिंग स्ट्रेच। अपने लिंग को पकड़ें और बाहर की ओर खींचें। ग्रिप बनाए रखते हुए इसे सर्कुलेट या मोशन में मूव करें। आप इसे दक्षिणावर्त और फिर वामावर्त दिशा में घुमा सकते हैं।
  • जेलकिंग: यह व्यायाम आपके लिंग के आकार और कठोरता को सुधारने में मदद करता है। एक स्नेहक का प्रयोग करें और अपने लिंग को अंगूठे और महीन से पकड़ें। अपना हाथ लिंग के ऊपर ले जाना शुरू करें और दबाव बनाए रखें। जेल्क को पूरा करने के लिए हाथ को सिर के नीचे रोक लें। दोहराना।
  • केगल: 5-7 सेकंड के लिए अपनी पबोकॉसीजस मांसपेशियों को संकुचन में रखें और छोड़ दें। जितनी बार चाहें इस आंदोलन को दोहराएं। यदि आप नियमित रूप से उसके मूवमेंट का अभ्यास करते हैं, तो आप अपने साथी के साथ फोरप्ले के दौरान एक रॉक-हार्ड बोनर प्राप्त करेंगे।
  • विपरीत खिंचाव: लिंग वृद्धि के लिए यह एक और स्ट्रेचिंग व्यायाम है। अपने लिंग को सिर के नीचे पकड़ें और पकड़ बनाए रखें। दूसरे हाथ से अपने लिंग के आधार को पकड़ें। इन दोनों हाथों को विपरीत दिशा में खींचे। 30 सेकंड के लिए पोजीशन को होल्ड करें। दोहरायें।

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Frequently Asked Questions (FAQ)

Q1 शीघ्र स्खलन क्या होता है?
प्रीमेच्योर इजेकुलेशन एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है जो पुरुषों में देखी जाती है। यह एक स्थायी या अस्थायी समस्या हो सकती है और इसमें व्यक्ति के वीर्य निकालने में कम समय लगता है। इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति को शर्मिंदगी का अनुभव होता है।

Q2 शीघ्र स्खलन के क्या कारण होते हैं?
शीघ्रपतन के कई कारण हो सकते हैं। यह पुरुषों में आम तौर पर युवा उम्र में देखा जाता है, लेकिन यह उम्र बढ़ने के साथ भी हो सकता है। इसमें मनोवैज्ञानिक कारण भी हो सकते हैं जैसे कि टेंशन, डिप्रेशन और अन्य मनोवैज्ञानिक समस्याएं।

Q3 शीघ्रपतन के उपचार में योग की भूमिका क्या है?
शीघ्र स्खलन के उपचार में योग एक अहम भूमिका निभाता है। योग एक प्राचीन भारतीय पद्धति है जो शरीर, मन और आत्मा को संतुलित बनाने में मदद करती है। प्रीमेच्योर इजेकुलेशन के लिए कुछ योग आसन विशेष रूप से फायदेमंद होते हैं, जो इस समस्या को ठीक करने में मदद कर सकते हैं।

Q4 प्रीमेच्योर इजेकुलेशन से बचने के लिए योग की क्या अन्य उपयोगी विधियां हैं?
शीघ्रपतन से बचने के लिए योग की कुछ अन्य उपयोगी विधियां हो सकती हैं। योग में प्राणायाम और मेडिटेशन भी प्रीमेच्योर इजेकुलेशन को कम करने में मदद कर सकते हैं। प्राणायाम विभिन्न प्रकार के होते हैं, जैसे कि अनुलोम विलोम, उज्जायी, भस्त्रिका, ब्रम्हरी आदि। मेडिटेशन अपने आप को सामान्य जीवन की तनाव से दूर करने में मदद करता है।

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अस्वीकरण: यहाँ दी गई शीघ्र स्खलन का इलाज योग की किसी भी सलाह या विवरण का उपयोग करने से पहले कृपया अपने चिकित्सक से परामर्श करें। हम यहाँ केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए सूचना प्रदान कर रहे हैं और इसे चिकित्सा उपचार की जगह नहीं लिया जाना चाहिए।

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