15+ Best Chhote Bacchon Ki Kahaniyan Hindi Mein ज्ञान और सीख

आज हम आपके लिए 15+ Chhote Bacchon Ki Kahaniyan Hindi Mein लाये हैं, जो उन्हें मनोरंजन और नैतिक मूल्यों की सीख देने में मदद करेंगी।

Chhote Bacchon Ki Kahaniyan Hindi Mein

आईना झूठ नहीं बोलता

बच्चों की कहानियां: एक नन्ही सी बालिका थी, जिसका नाम परी था। वह बात-बात पर खिन्न हो जाती थी। उसकी मां हमेशा उसे समझाती रहती थी कि ‘परी बेटी, इतना खिन्न होना ठीक नहीं है।’ लेकिन उसकी स्वभाव में कोई बदलाव नहीं आया। एक दिन, परी अपने होमवर्क में व्यस्त थी। उसकी टेबल पर एक आकर्षक फूलों से सजा हुआ पॉट रखा था। तभी उसके छोटे भाई का हाथ उस पॉट से टकराया और गिर गया।

Chhote Bacchon Ki Kahaniyan Hindi Mein
Chhote Bacchon Ki Kahaniyan Hindi Mein

परी गुस्से से बौखला उठी। उसकी मां ने एक आईना उसके सामने रखा। अब उस बच्ची ने अपना रूप आईने में देखा, जो बहुत ही बुरा लग रहा था। उसे अपने ऐसे बिगड़े हुए चेहरे का अहसास हुआ और वह गुस्से से भरी हुई थी। तब उसकी मां ने कहा, ‘देखो परी, गुस्से में तुम्हारा रूप आईने में कितना बुरा लगता है, क्योंकि आईना कभी झूठ नहीं बोलता।’ उस समय परी ने यह जान लिया कि गुस्सा करना बेहद अनुचित होता है। उसने तब से गुस्सा न करने का संकल्प लिया।

ऐसे मिला छिपा खजाना 

Chhote Bacchon Ki Kahaniyan Hindi Mein
Chhote Bacchon Ki Kahaniyan Hindi Mein

एक बार एक बूढ़ा व्यक्ति मृत्यु के कगार पर था। उनके पुत्र बहुत आलसी थे। बूढ़े ने सोचा मेरे मृत्यु के बाद उनका क्या होगा? उसने सभी पुत्रों को बुलाया और कहा, मैंने मैदान में एक बड़ा खजाना गाड़ दिया है। कुछ दिनों बाद बूढ़े व्यक्ति की मृत्यु हो गई। तब उनके पुत्रों ने खेत में खजाने की बहुत खोज की, लेकिन असफल रहे। तब गांव के एक बूढ़े आदमी द्वारा उन्हें खेत में बीज बोने की सलाह देने पर उन्होंने कुछ बीज बोए। कुछ समय के पश्चात उन्हें गेहूं की बंपर फसल मिली। उन्हें यह सोने की तरह लग रहा था। यही बूढ़े आदमी का छिपा हुआ खजाना था।

नक़ल का परिणाम

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एक व्यापारी के पास एक घोड़ा और एक गधा था। एक बार वह गधे के ऊपर रूई और घोड़े के ऊपर नमक लाद कर दूसरे गांव बेचने जा रहा था।

दूसरे गांव जाने के लिए रास्ते में एक नदी पड़ती थी। उस नदी को पार करने के लिए दो रास्ते थे। एक रास्ता पुल के ऊपर से होकर और दूसरा नदी में उतरकर पार करना पड़ता था। घोड़े ने अपना दिमाग लगाया और वह नदी में उतर गया। पानी से नमक गल गया और घोड़े का बोझ कम हो गया। इससे घोड़े ने आसानी से नदी पार कर ली।

घोड़े को देखकर गधे ने भी यह तरीक़ा अपनाने को सोचा और नदी में उतर गया, परन्तु रूई में पानी भर जाने से उसका बोझ बढ़ गया और वह वहीं डूबकर मर गया।

चूहे ने की शेर की मदद

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एक बार एक शेर पेड़ के नीचे सो रहा था। अचानक पेड़ के बिल से एक चूहा बाहर आया और शेर के शरीर पर कूद गया। शेर ने उसे कसकर पकड़ लिया, लेकिन कुछ सोच कर उसे अपनी कैद से मुक्त कर दिया। चूहा शेर को धन्यवाद देते हुए कहा कि एक दिन वह शेर की मदद करेगा। कुछ दिनों बाद शेर एक शिकारी के जाल में फंस गया। वह दहाड़ा। शेर की आवाज सुनकर चूहा वहां आया और उसने जाल को काट कर शेर को जाल से मुक्त कर दिया। शेर ने चूहे का शुक्रिया अदा किया।

लड़ाई का परिणाम

एक बार 2 बिल्लियों को एक रोटी का टुकड़ा मिल गया। दोनों ने उसे आधा-आधा बाँट लिया परन्तु दोनों को लगा की उनके पास रोटी का छोटा टुकड़ा है। इस बात पर उनमे लड़ाई छिड़ गयी।

Chhote Bacchon Ki Kahaniyan Hindi Mein

पास खड़ा बन्दर यह सब देख था और उसने दोनों बिल्लियों से कहा की वह दोनों की मदद कर सकता है। इस पर दोनों बिल्लियाँ सहमत हो गयी और बन्दर रोटी के टुकड़े का बंटवारा करने के लिए अपनी तराजू ले आया। इसके बाद बन्दर ने रोटी के बड़े वाले टुकड़े में से थोड़ा हिस्सा खा लिया। इसके बाद दूसरा हिस्सा कम हो गया। इस प्रकार से बन्दर बार-बार हर हिस्से से रोटी खाता रहा और अंत में रोटी का छोटा भाग ही बच गया। यह देखकर बिल्लियों ने बंदर को रोटी का टुकड़ा वापस करने को कहा।

परन्तु बंदर ने कहा की उसके काम की मजदूरी भी चाहिए और उसने रोटी के अंतिम टुकड़े को भी मुँह में डाल दिया। बेचारी बिल्लियाँ एक-दूसरे का मुँह ताकती रह गयी।

छोटे बच्चों की कहानियां

सारस और लोमड़ी

एक बार एक सारस और लोमड़ी की दोस्ती हो गई। लोमड़ी ने शरारत करने के लिए सारस को अपने घर दावत पर बुलाया। निश्चित दिन पर सारस लोमड़ी के घर पहुंच गया। दावत के लिए लोमड़ी ने तशतरी पर खाना दिया परन्तु सारस अपनी लंबी चोंच के कारण मुँह मारता रहा, परन्तु वह कुछ भी नहीं खा पाया।

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बच्चों की कहानियां

इसका बदला लेने के लिए सारस ने भी लोमड़ी को अपने घर दावत पर आमंत्रित किया। निर्धारित समय पर लोमड़ी सारस के घर पहुंच गई। सारस से सुराही पर लोमड़ी को शरबत पीने को दिया परन्तु लोमड़ी बर्तन में अपना मुँह भी नहीं घुसा पायी। इस प्रकार से सारस ने लोमड़ी को शरारत का सबक दे दिया।

शरारत पड़ी महंगी

बच्चों की कहानियां
बच्चों की कहानियां

एक लड़का था जो जानवरों की देखभाल करता था। उसे लोगों से चालाकी करना पसंद था और एक दिन वह चिल्लाया कि एक भेड़िया है। ग्रामीण उसकी मदद के लिए आए लेकिन कोई भेड़िया नहीं था। अगले दिन उसने फिर से ऐसा ही किया और गाँव वालों को बेवकूफ बनाने के लिए हँसा। लेकिन एक दिन, एक असली भेड़िया आया और लड़का मदद के लिए चिल्लाया लेकिन कोई भी उसकी मदद के लिए नहीं आया। भेड़िये ने लड़के को मार डाला।

काम आई होशियारी

बच्चों की कहानियां
बच्चों की कहानियां
  • एक आदमी था जो बहुत गरीब था और टोपियां बेच रहा था। वह एक जंगल से गुजर रहा था और वह बहुत थक गया था, इसलिए वह एक पेड़ के नीचे बैठ गया और सो गया। जब वह सो रहा था तो कुछ बंदर आए और उसकी सारी टोपियां ले गए। जब वह उठा तो वह बहुत हैरान और उदास था क्योंकि उसकी टोपियाँ गायब थीं। लेकिन तभी उन्हें एक तरकीब सूझी। उसने अपनी ही टोपी उतार कर जमीन पर पटक दी। जब बन्दरों ने यह देखा तो सबने वैसा ही किया और अपनी ली हुई टोपियाँ फेंक दीं। वह आदमी बहुत चतुर था और अपनी सारी टोपियाँ फिर से जमा करने में सक्षम था। फिर वह अपनी यात्रा पर चलता रहा।

एकता का बल 

छोटे बच्चों की कहानियां
छोटे बच्चों की कहानियां

एक बूढ़ा आदमी था जिसके चार बेटे थे। वे हमेशा लड़ते रहते थे और उन्हें उनकी चिंता रहती थी। एक दिन उसने प्रत्येक पुत्र को लकड़ी का एक टुकड़ा तोड़ने के लिए दिया। यह सब उन्होंने आसानी से कर लिया। लेकिन जब उसने कुछ लकड़ियाँ आपस में बाँध कर अपने पुत्रों को दीं, तो वे उन्हें तोड़ न सके। बूढ़े व्यक्ति ने महसूस किया कि वे एक साथ मजबूत थे और इसलिए वे शांतिपूर्वक एक साथ रहने लगे।

कौए की सूझबूझ

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एक बार एक कौआ बहुत प्यासा था और पानी की तलाश कर रहा था। उसने एक घड़ा देखा जिसमें थोड़ा सा पानी था, लेकिन वह उसे पी नहीं सका क्योंकि वह बहुत कम था। चतुर कौए को एक युक्ति सूझी और उसने घड़े में कंकड़ डालना शुरू कर दिया। कंकड़ घड़े में भर गए और पानी का स्तर बढ़ गया। अंत में, कौवा पानी पी सका और अपनी प्यास बुझा सका।

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छोटे-छोटे बच्चों की कहानियां

व्यापारी की बुद्धिमता

  • छोटे-छोटे बच्चों की कहानियां में एक कहानी यह है। एक व्यक्ति के पास टोपियों का एक बक्सा था जिसे वे दूसरे गाँव में बेचने जा रहे थे। बाहर गर्मी बहुत थी, इसलिए उस व्यक्ति ने एक पेड़ के नीचे झपकी ले ली। जब वे सो रहे थे, तभी कुछ बंदर पेड़ से नीचे उतरे, बक्सा खोला और टोपियाँ पहननी शुरू कर दीं। वह आदमी उठा और उसने देखा कि बक्सा खुला हुआ था। उसने जो खोया उसे वापस पाने के लिए उसने एक चतुर विचार सोचा। उसने अपनी टोपी उतार कर फेंक दी। बंदरों ने उसकी नक़ल की और उसका खोया हुआ सामान उसे वापस दे दिया। व्यापारी बहुत चतुर था और पैसे खोने से बचने के लिए अपने दिमाग का इस्तेमाल करता था।

लालच बुरी बला है

छोटे-छोटे बच्चों की कहानियां
छोटे-छोटे बच्चों की कहानियां

छोटे-छोटे बच्चों की कहानियां में एक कहानी यह है। एक बार एक गाँव में एक साधु आया। साधु बहुत प्यासा था जिसे गाँव के एक व्यापारी ने पानी पिलाया। साधु ने उसे एक मुर्गी दी जो की रोज सोने का अंडा देती थी।

कुछ ही समय में व्यापारी सोने के अंडे बेचकर धनवान बन गया परन्तु इसके साथ ही उसमे लालच आ गया और व्यापारी ने सोचा की क्यों ना मुर्गी को मारकर एक साथ सारे अंडे निकाल दिए जाएँ।

इसके बाद उसने मुर्गी का पेट चीर दिया परन्तु वहां से भी एक भी सोने का अंडा नहीं निकला। लालची व्यापारी को लालच की सजा मिल गयी।

चींटी और कबूतर

एक बार एक चींटी पानी पीने के लिए नदी के पास गयी। किनारे पर नदी के बहाव के कारण वह नदी में बहने लगी। ऊपर से एक कबूतर यह सब देख रहा था और उसने चींटी की मदद के लिए एक पत्ती नदी में गिरा दी। चींटी पत्ती के ऊपर चढ़कर किनारे आ गयी और कबूतर को अपनी जान बचाने के लिए धन्यवाद दिया।

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छोटे-छोटे बच्चों की कहानियां

इसके पश्चात एक दिन शिकारी जंगल में शिकार के लिए आया था। तभी उसकी नजर कबूतर पर पड़ी और उसने कबूतर पर निशाना लगाया। यह सब चींटी ने देख लिया और उसने शिकारी के पाँव में जोर से काटा। शिकारी के चिल्लाने से कबूतर सतर्क हो गया और दूर उड़ गया। इस प्रकार चींटी ने कबूतर की जान बचायी। छोटे-छोटे बच्चों की कहानियां में एक कहानी यह है।

दो मेढक

छोटे-छोटे बच्चों की कहानियां में एक कहानी यह है। एक बार दो मेढ़क दूध से भरे एक मटके में गिर गए। मटके से बाहर आने के लिए वे दूध में गोल गोल तैरने लगे। मगर उनके पैरो को कोई ठोस आधार नही मिल रहा था। इसलिए छलांग लगाकर बाहर आना उनके लिए मुश्किल हो गया। कुछ देर बाद एक मेढ़क ने दूसरे से कहा, “मै बहुत थक गया हूँ। अब मै ज्यादा तैर नही सकता!” वह हिम्मत हार गया। उसने मटके से बाहर निकलने की कोशिश छोड़ दी। 

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छोटे-छोटे बच्चों की कहानियां

इसलिए वह मटके के दूध में डुब कर मर गया। दूसरे मेढ़क ने सोचा, “मै अपनी कोशिश नही छोडूगा। मैं तब तक तैरता रहूँगा जब तक कोई रास्ता नही निकल आता।” वह तैरता ही रहा इस प्रकार उसके लगातार तैरने से दूध मठ उठा और उसके ऊपर माखन जमा हो गया। कुछ देर बाद मेढ़क ने माखन के गोल पर चढ़कर जोर की छलांग लगाई वह मटके के बाहर आ गिरा।

ग्वालिन और उसका सपना

एक ग्वालिन थी। वह दूध बेचने जा रही थी। उसके सर पर दूध से भरा घड़ा था। चलते-चलते मन ही मन विचार कर रही थी। इस दूथ को बेचने से जो पैसा मिलेगा। उन पैसो से मैं अंडे खरीदूंगी। उन अंडो से मुझे अनेक अच्छी-अच्छी मुर्गियाँ मिलेगी। उन मुर्गियों को बेचकर मैं अपने लिए रेशमी साड़ी खरीदूंगी। उस रेशमी साड़ी मे मैं बहुत सुंदर दिखाई दूँगी। फिर अच्छे-अच्छे लड़के मेरे पास आएग। मुझसे शादी करना चाहेंगे। 

छोटे-छोटे बच्चों की कहानियां
छोटे-छोटे बच्चों की कहानियां

पर मैं इनकार में अपना सर झटकर कहूँगी नहीं। यह सोचते हुए उसने अपने सर को जोर से झटका दिया। इसके करण उसके सरपर रखा दूध का घड़ा जमीन पर गिर गया। उसका सारा दूध जमीन पर फैल कर बर्बाद हो गया। इस तरह अंडो मुर्गियों रेशमी साड़ी तथा अच्छे-अच्छे लड़को का ग्वालिन का सपना मिट्टी में मिल गया। छोटे-छोटे बच्चों की कहानियां में एक कहानी यह है।

बच्चों की कहानियां अच्छी अच्छी

सूर्य और वायु की कहानी

बच्चों की कहानियां अच्छी अच्छी में एक कहानी यह है। एक समय की बात है सूर्य और हवा में बहस छिड़ गई कि कौन अधिक बलवान है। हवा अपने आपको अधिक शक्तिशाली बता रही थी। लेकिन सूर्य मान नही रहा था। और मामला उलझता ही जा रहा था।

तभी अचानक उन्हें चादर लपेटे एक व्यक्ति आते दिखाई दिया। व्यक्ति को देखकर हवा को एक विचार आया। उसने सूर्य से कहा, “देखो, एक चादर लपेटे व्यक्ति आ रहा है। हममें से जो भी उसकी चादर उतरवा देगा वही बलशाली होगा। सूर्य ने उसकी बात स्वीकार करली। और व्यक्ति के शरीर से चादर ह्टाने का पहला प्रयास हवा को दे दिया।

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बच्चों की कहानियां अच्छी अच्छी

हवा जोर से चलने लगी। हवा की गति जितनी बढ़ती व्यक्ति उतनी ही तेजी से अपनी चादर को पकड़ लेता ताकि ठंड से बचा रहे। जोर लगा-लगा कर हवा थक गई, हार गई पर व्यक्ति से उसकी चादर नहीं उतरवा पाई।

अंततः वह शांत हो गई। अब सूर्य की बारी आई। वह बादलों के पीछे से निकलकर चमकने लगा। तेज गर्मी से परेशान होकर व्यक्ति ने अपनी चादर उतार दी। हवा ने अपनी हार मान ली और सूर्य विजयी हुआ।

राजा की पहेली

एक बार एक राजा अपने लिये समझदार, बुध्दिमान व साहसी प्रधानमंत्री नियुक्त करना चाहता था। इसलिए उसने एक योजना बनाई और पूरे राज्य में घोषणा करवा दी कि जो भी एक पहेली का जवाब देगा, वह हमारे दरबार का प्रधानमंत्री नियुक्त होगा।

राजा की पहेली ये थी की- एक आदमी के पास एक शेर, एक बकरी और घास का एक टूकडा है। वह व्यक्ति तीनों को किस प्रकार नदी पार ले जाए ताकि शेर बकरी को और बकरी घास को न खा सके। जबकी नाव में एक बार में सिर्फ दो ही लोग जा सकते हैं। वह आदमी क्या करेगा?

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बहुत सारे लोगो ने राजा को पहेली का जवाब दिया, लेकिन राजा किसी के भी उत्तर से संतुष्ट नही था, तभी एक युवा व्यक्ति राजा के पास आता है और और राजा को पहेली का जवाब देता है।

वह व्यक्ति पहले बकरी को नदी के पार लेकर जाएगा। और इस तरफ शेर व घास को छोड जायेगा, और फिर वह शेर को नदी पार लेकर जाएगा और बकरी को अपने साथ वापस ले आयेगा। फिर वह घास को लेकर जाएगा और फिर बकरी को लेकर जाएगा। इस प्रकार तीनों नदी पार हो जाएंगे।” राजा उसकी चतुराई एवं बुद्धिमानी से अत्यधिक प्रभावित हुआ और उसे अपना प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिया। बच्चों की कहानियां अच्छी अच्छी में एक कहानी यह है।

शिक्षाप्रद बच्चों की कहानियां

दो चिड़िया का आलस

चिक्की, मिक्की नाम की दो चिड़िया एक घोंसले में रहती थीं। दोनों बहुत आलसी थीं। सर्दी का मौसम था।   चारों तरफ ठंडी हवा चल रही थी। बर्फवारी भी हो रही थी। संयोग से उनके घोंसले में एक छेद हो गया।   छेद से ठंडी हवा आने के कारण उनका घोंसला एकदम ठंडा हो जाता था।

चिक्की और मिक्की दोनों को भारी ठंड लगती।   चिक्की ने सोचा, ‘मुझे आश्चर्य है कि मिक्की इस छेद को क्यों ठीक नहीं करवाती है।’ वहीं दूसरी तरफ मिक्की ने सोचा, ‘चिक्की बड़ी आलसी है। वह क्यों नहीं इस छेद को ठीक करती?’

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इस तरह दोनों ही एक-दूसरे से उस छेद को बंद करवाने की उम्मीद लगाए बैठी थीं। फलस्वरूप उनके घोंसले का छेद वैसे ही बना रहा। धीरे-धीरे बर्फवारी तेज हो गई और हवा भी तेज चलने लगी। अब छेद के रास्ते बर्फ उनके घोंसले में प्रवेश कर गई।

अब आलसी चिड़िया ठंड से काँपने लगीं, लेकिन किसी ने भी छेद को बंद करने की कोशिश नहीं की अंतिम दोनों ठंड से मर गईं। इस प्रकार, अपने आलसी स्वभाव के कारण दोनों चिड़ियाँ अकाल मौत का शिकार बनीं। बच्चों की कहानियां अच्छी अच्छी में एक कहानी यह है।

सीसम और अमरुद की कहानी

बच्चों की कहानियां अच्छी अच्छी में एक कहानी यह है। सड़क के किनारे एक सीसम और एक अमरुद का पेड़ था। अमरुद के पेड़ पर रसीले एवं मीठे अमरुद लगते थे। राह चलते यात्री उसकी छाँव में विश्राम भी करते और मीठे फलों का भी आनंद लेते थे। उधर दूसरी तरफ शीसम के पेड की तरफ कोई देखता भी नही था।

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सीसम की एसी हालत देखकर अमरुद के पेड़ को अपने ऊपर घमंड हो गया। वह सीसम के पेड़ से बोला, “सभी लोग मेरे फल व मेरे छाव को ही पसंद करते है तुम्हारी तरफ कोई देखता भी नही” सीसम का पेड़ बोला. “इतना घमंड करना अच्छा नही, सभी का अपना-अपना महत्व है।” फिर भी अमरुद का पौधा उसे चिडाता रहा।

अगले दिन कुछ बच्चों ने उस घमंडी अमरुद के पेड़ के सारे फल तोड़ लिये और डालियो एवं पत्तों को भी नुकसान पहुंचाया। अब अमरुद का पेड़ बड़ा ही भद्दा लग रहा था। अमरुद के पेड़ की ऐसी स्थिति देखकर सीसम का पेड़ बोला, “घमंड हमेशा मुसीबत में डालता है। इसलिये हमे कभी भी घमण्ड नही करना चाहिये।

कछुआ जीता, खरगोश हारा

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बच्चों की कहानियां: पुराने समय की बात है। एक खरगोश और एक कछुआ का सामना हुआ। दोनों ने दौड़ लगाने का फैसला किया। खरगोश बहुत तेज था, वह बहुत तेजी से भागा जा रहा था और कछुआ काफी पीछे था। खरगोश ने कछुए को अपने काफी पीछे देखा तो सोचा कि क्यों न एक झपकी ले ली जाए। खरगोश एक पेड़ के नीचे सो गया। इस बीच, कछुआ वहां पहुंचा जहां खरगोश सो रहा था। खरगोश को सोता छोड़ कछुआ आगे निकल गया और विजय पद पर पहुंच गया। खरगोश जागा तो बहुत दुखी हुआ, पर कुछ कर न सका। बच्चों की कहानियां अच्छी अच्छी में एक कहानी यह है।

छोटे बच्चों की कहानियों के लिए एक टिप है – कहानियों को गतिशील बनाएं। बच्चों को कहानी सुनने में उत्सुकता होनी चाहिए, इसलिए कहानियों को दिलचस्प बनाएं जैसे कि उनमें जंगल, पर्वत, समुद्र आदि के दृश्य हों और जानवरों, पक्षियों, राजा-रानियों, राक्षसों आदि के किरदार हों। इससे बच्चों की रूचि बनी रहेगी और वे कहानी को सुनते रहेंगे।

Frequently Asked Questions (FAQ)

Q1 छोटे बच्चों की कहानियां क्या हैं?
Ans: छोटे बच्चों की कहानियां एक ऐसी कहानियां होती हैं जो छोटे बच्चों को सुनाई जाती हैं। ये कहानियां बच्चों के मनोरंजन के लिए बनाई जाती हैं, जो उनकी कथा संगीत की तरह होती हैं। कहानियों में बच्चों के लिए अच्छी सीख होती है और इन्हें मोरल वैल्यूज और संस्कार भी सिखाए जाते हैं।

Q2 बच्चों के लिए कैसी कहानियां सुनें?
Ans: बच्चों के लिए कहानियां सुन्दर और मनोहर होनी चाहिए। ऐसी कहानियों में बच्चों के लिए कोई न कोई पाठ होना चाहिए, जो उन्हें अच्छी बातें सिखाए। बच्चों के लिए कहानियों में प्रकृति और जानवरों से संबंधित कहानियां भी बहुत उपयोगी होती हैं।

Q3 छोटे बच्चों की कहानियों के लाभ क्या हैं?
Ans: छोटे बच्चों की कहानियों के कई लाभ होते हैं। इनकी मदद से बच्चे सीखते हैं कि कैसे अच्छी बातें की जाएं और अच्छे संस्कार कैसे अपनाए जाएं। कहानियों से बच्चों की व्याकरण, शब्दावली, और समझ भी सुधरती है।

Q4 छोटे बच्चों की कहानियां सुनाने के लिए कुछ टिप्स क्या हैं?
Ans: छोटे बच्चों की कहानियां सुनाने के लिए कुछ टिप्स हैं। सबसे पहले, आपको उनकी उम्र और स्तर के अनुसार कहानियों का चयन करना होगा। फिर आप उन्हें धीरे-धीरे बताने की कोशिश करें ताकि उन्हें समझ में आ सके। साथ ही आप उनके प्रश्नों का उत्तर देने में भी सक्षम होना चाहिए। इससे उनकी समझ और शब्दावली भी बढ़ती है।

Q5 छोटे बच्चों को कहानियों से क्या सीख मिलती है?
Ans: छोटे बच्चों को कहानियों से कई सीख मिलती हैं। कहानियों से उन्हें सामाजिक मूल्यों, नैतिकता, जीवन के मूल्यों, और आध्यात्मिकता समझ में आती है। साथ ही कहानियों से उन्हें अपने अंदर विचारों का विकास होता है और वह अपने अंदर नए विचार पैदा करने की क्षमता प्राप्त करते हैं। इससे उनकी समझ और विचारशक्ति भी बढ़ती है।

Conclusion: अब निष्कर्ष निकालते हुए, Chhote Bacchon Ki Kahaniyan Hindi Mein एक बहुत ही महत्वपूर्ण माध्यम हैं जिससे हम उन्हें सिखाते हैं कि कैसे वे अच्छे लोग बन सकते हैं। कहानियों में जीवन के सभी महत्वपूर्ण अस्पेक्ट होते हैं जैसे कि सच्चाई, न्याय, ईमानदारी, सहयोग आदि। इसलिए, हमें छोटे बच्चों को अच्छी कहानियां सुनाकर उनके व्यक्तित्व का विकास करना चाहिए। अच्छी कहानियों का संग्रह करना बच्चों को बेहतर इंसान बनाने में मदद करता है।

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