बहुत से लोग अपने घर में फिश टैंक रखना पसंद करते हैं, चाहे उनका घर कितना भी बड़ा या छोटा क्यों न हो। रंग-बिरंगी मछलियों का सुंदर सा एक्वेरियम ड्राइंग रूम में रखा हो, तो माहौल जीवंत हो उठता है। आप उन्हें लोगों के घरों, कार्यालयों, रेस्तरां और होटलों जैसी कई अलग-अलग जगहों पर देख सकते हैं। आप सोच सकते हैं कि आपके अपने घर में भी एक एक्वेरियम होना मज़ेदार होगा। अगर आप भी घर में फिश एक्वेरियम रखना चाहते है, तो आइए Fish Aquarium Care Tips In Hindi में विस्तार से जानते हैं।
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एक्वेरियम किसे कहते हैं?
एक्वेरियम मछली और अन्य जल जीवों के लिए एक विशेष घर की तरह होता है। यह पानी से भरे एक बड़े कांच के बक्से की तरह है जहाँ वे तैर सकते हैं और उनकी देखभाल की जा सकती है। लोग उन्हें फिश एक्वेरियम में देखना और आनंद लेना पसंद करते हैं। एक्वेरियम अक्सर घरों, म्यूजियम, पार्क और शौकिया स्थलों में देखने को मिलती है।
एक्वेरियम के प्रकार
एक्वेरियम के कई प्रकार होते हैं। यहां कुछ प्रमुख प्रकार दिए गए हैं:

- सामान्य फिश एक्वेरियम: यह सबसे साधारण प्रकार का एक्वेरियम होता है जिसमें मछलियाँ और अन्य जलीय जीव रखे जाते हैं। यह घरों में आमतौर पर पाया जाता है।
- प्लांटेड एक्वेरियम: इस प्रकार के फिश एक्वेरियम में पानी के साथ-साथ पौधे भी होते हैं। यहां पानी में जीवों के साथ-साथ पौधों की पोषण भी होती है।
- सामुद्रिक एक्वेरियम: यह फिश एक्वेरियम समुद्री जीवों के लिए बनाया जाता है। इसमें सामुद्रिक जीव जैसे कि मछलियाँ, कोरल्स, स्टारफिश और अन्य समुद्री जीव रखे जाते हैं।
- कम्युनिटी एक्वेरियम: इस प्रकार के एक्वेरियम में अलग-अलग प्रजातियों के जीव एक साथ रखे जाते हैं। यह जीवों की एक संगठित समुदाय का प्रतिष्ठान करता है और जलक्रीड़ा को अधिक रंगीन और रोचक बनाता है।
- सॉल्टवॉटर एक्वेरियम: इस प्रकार के फिश एक्वेरियम में मील के पानी और सॉल्टवॉटर (नमकीन पानी) का उपयोग होता है। यहां सॉल्टवॉटर जीवों जैसे कि कॉरल, सीआनेमोन, सीऊरचिन, और अन्य समुद्री जीव पाए जाते हैं।
- फ्रेशवॉटर एक्वेरियम: इस प्रकार के एक्वेरियम में मछलियाँ और अन्य फ्रेशवॉटर जीव रखे जाते हैं। यहां पानी का उपयोग नमकीन पानी के बजाय प्राकृतिक जल स्रोतों से किया जाता है।
- बायोटोप एक्वेरियम: इस प्रकार के एक्वेरियम में एक पूरा बायोटोप या प्राकृतिक परिदृश्य को प्रतिष्ठित किया जाता है। यह आपको विभिन्न प्रकार के पौधे, पत्थर, रेज़ की ज़मीन, वनस्पति और जलजीवों का एक संयोजन प्रदान करता है।
- नन्हीं मछली के लिए एक्वेरियम: यह एक छोटा फिश एक्वेरियम होता है जिसमें केवल छोटी मछलियाँ रखी जाती है। यहां श्रृंगार, संगठन और विशेषता जैसी बातें शामिल होती हैं। इस प्रकार के एक्वेरियम में आकर्षक रंगों और आकृतियों का उपयोग किया जाता है ताकि यह एक दृश्याकर्षक और मनोहारी दृश्य प्रदान करे।
- आधुनिक एक्वेरियम: ये एक्वेरियम आधुनिक तकनीकों और प्रौद्योगिकियों के साथ बनाए जाते हैं। इसमें उच्च प्रदर्शन टैंक, ऊष्मा नियंत्रण, ट्रोली सिस्टम, ऑटोमेशन, लाइटिंग और अन्य विशेषताएं शामिल हो सकती हैं। ये एक्वेरियम अक्सर पब्लिक एक्वेरियम्स और बड़े स्थानों पर पाए जाते हैं।
ये कुछ प्रमुख फिश एक्वेरियम प्रकार हैं जो अलग-अलग उद्देश्यों और आवश्यकताओं के लिए बनाए जाते हैं। हर एक प्रकार का एक्वेरियम अपनी विशेषताएं और चुनौतियों के साथ आता है, और इन्हें संघटित और देखभाल करने के लिए उचित ज्ञान, सामग्री और संसाधनों की आवश्यकता होती है।
एक्वेरियम का पानी कितने दिनों में बदलना चाहिए?
एक्वेरियम में पानी को साफ रखना वास्तव में महत्वपूर्ण है क्योंकि अगर यह गंदा है तो मछलियां बीमार हो सकती हैं और मर सकती हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि पानी साफ रहे, आपको इसे हर 10 दिन या 2 सप्ताह में थोड़ा-थोड़ा बदलना होगा। जब आप एक्वेरियम की सफाई करते हैं, तो आपको यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि उसमें मछली का खाना और अन्य कोई अपशिष्ट चीजें साफ हों। टैंक के कोनों में फंसी किसी भी गंदगी या शैवाल से छुटकारा पाना न भूलें!

मछली पालन हेतु पानी की गुणवत्ता संबंधी प्रमुख कारकों का संतुलित परिमाप
पी . एच. | 7.5 – 8.6 |
अमोनिया | 0.2 पी.पी.एम. |
कार्बन डायआक्साईट | 15-20 पी.पी.एम. |
घुलित आक्सीजन की मात्रा | 5 पी.पी.एम. |
हाइड्रोजन सल्फाइड | 0.003 पी.पी.एम. |
नाइट्रेट | 1.0 पी.पी.एम. |
पोटेशियम | 5.0 पी.पी.एम. |
लवणता | 2 पी.पी.एम. |
अक्वेरियम की बेहद ज़रूरी 5 चीज़ें
एक एक्वेरियम न केवल देखने में सुंदर होता है, बल्कि इसके अंदर विशेष चीजें भी हो सकती हैं जो उन चीजों का प्रतिनिधित्व करती हैं जिनसे दुनिया बनी थी। ये चीजें हैं जल, अग्नि, वायु, आकाश और पृथ्वी। जब ये सभी चीजें एक्वेरियम में होती हैं, तो यह पॉजिटिव एनर्जी पैदा कर सकती है। यहां कुछ चीजें दी गई हैं जिन्हें आप एक्वेरियम में रख कर इन चीजों का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं।
जल तत्व
मछली के लिए एक्वेरियम एक छोटे से पानी की दुनिया की तरह है। सौभाग्य के लिए इसे उत्तर दिशा में लगाना शुभ होता है। मछलियों को इधर-उधर तैरते देखना हमें शांत महसूस करा सकता है। लेकिन हमें पानी को साफ रखने और यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि एक्वेरियम को बहुत अधिक धूप न मिले। मछली और पानी के साथ एक एक्वेरियम होने से हमें खुशी और सौभाग्य मिल सकता है।
अक्वेरियम में अग्नि तत्व
एक फिश एक्वेरियम में, हल्की और रंगीन मछलियाँ आग का प्रतिनिधित्व करती हैं। एक्वेरियम में आग लगाने के लिए आप उसमें पीली, लाल, सुनहरी या नारंगी रंग की मछलियां डाल सकते हैं। विषम संख्या में मछली और एक काली मछली रखना भी अच्छा है क्योंकि यह खराब ऊर्जा को अवशोषित कर सकती है और आपको सुरक्षित रख सकती है।

अक्वेरियम में पृथ्वी तत्व
फिश टैंक में चट्टानें और कांच पृथ्वी तत्व का प्रतिनिधित्व करते हैं। कई बार लोग टंकी में सुंदर कंचे भी डालते हैं। इससे यह अच्छा दिखता है और अच्छी ऊर्जा लाता है। जब टैंक में सभी अलग-अलग तत्व एक साथ आते हैं तो यह ऊर्जा को मजबूत बनाता है।
अक्वेरियम में वायु तत्व
फिश एक्वेरियम में, वाटर फिल्टर और एयर पंप नाम की चीजें होती हैं जो पानी को साफ करने में मदद करती हैं और मछलियों को सांस लेने के लिए पर्याप्त हवा देती हैं। ये वायु तत्व कहलाते हैं। आपके घर में अच्छे वायु तत्व होने से यह बेहतर महसूस कर सकता है। लेकिन अगर एक्वेरियम का एयर पंप या फिल्टर टूट जाता है या गंदा हो जाता है, तो उसे ठीक करने या साफ करने की जरूरत होती है ताकि मछली स्वस्थ रह सके।
अक्वेरियम में आकाश तत्व
फिश एक्वेरियम में साफ चौकोर बॉक्स आसमान की तरह होता है। यह पहली चीज है जिसे एक्वेरियम में रखा जाता है और इसे साफ रखना वास्तव में महत्वपूर्ण है, इसलिए इस पर काई या गंदगी न लगने दें।
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Fish Aquarium Care Tips In Hindi
सही आकार का एक्वेरियम: मछलियों की संख्या और उनका आकार ध्यान में रखते हुए एक सही आकार का एक्वेरियम चुनें और सही स्थान, साधनों और सुविधाओं की उपस्थिति सुनिश्चित करे।

- सही जलमण्डल: जलमण्डल में स्वच्छ और गुणवत्तापूर्ण पानी का उपयोग करें। जल के पैरामीटर जैसे कि तापमान, pH, अमोनिया, नाइट्रेट और नाइट्राइट को नियमित रूप से मापें और उचित स्तर पर रखें।
- पानी का पीएच: आमतौर पर नल का पानी एक्वैरियम के लिए सही रहता है। फिर भी पानी का पीएच स्तर सही है या नहीं ये चेक कर लें।
- फ़िल्ट्रेशन सिस्टम: एक उच्च गुणवत्ता वाला फ़िल्टर प्रयोग करें जो जलमण्डल को साफ और स्वच्छ रखेगा। इससे धुंधलापन, अवशेषों और अनुजीवों के निकटतम पदार्थों का निकास होगा।
- जलमण्डल के तापमान को नियंत्रित करें: मछलियों के लिए उचित तापमान सुनिश्चित करें। विभिन्न मछली प्रजातियों के लिए अलग-अलग तापमान आवश्यक होता है, इसलिए उपयुक्त तापमान सेट करें और नियमित रूप से इसे जांचते रहें।
- जल की गुणवत्ता की निगरानी: नियमित रूप से जलमण्डल के गुणवत्ता को जांचें। अगर पानी धुंधला होता है या अस्वस्थतापूर्ण लगता है, तो जलमण्डल को साफ करें और उच्च गुणवत्ता के पानी का उपयोग करें।
- वनस्पतियों की रखरखाव: कुछ मछली प्रजातियाँ पौधों की उपस्थिति में बेहतर महसूस करती हैं। वनस्पतियों को जलमण्डल में जोड़ें ताकि उनसे ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति हो सके।
- सही प्रकाश: मछलियों के लिए सही प्रकाश महत्वपूर्ण है। उच्च और नियमित प्रकाश उन्हें स्वस्थ और सक्रिय रखेगा।
- नियमित खाद्य: अपनी मछलियों को उचित आहार प्रदान करें। विशेषज्ञों की सलाह लें और अपनी मछलियों को संतुलित आहार दें, जिसमें प्रोटीन, पोषक तत्व, विटामिन और फाइबर हों।
- ओवरफीडिंग से बचें: मछलियों को अधिकांशतः ओवरफीडिंग से बचने के लिए, मछलियों को समय-समय पर उचित मात्रा में खिलाएं और अधिक भोजन करने से बचें।
- अवशेष प्रबंधन: अवशेषों को समय-समय पर निकालें ताकि जलमण्डल की स्वच्छता बनी रहे। अवशेषों का समय पर निकालना बैक्टीरियल और अनुजीवों के प्रभाव को कम करेगा।
- तटीय रखरखाव: अपने एक्वेरियम के तटीय क्षेत्र को साफ रखें। तटीय क्षेत्र में इतना गंदगी ना जमा हो कि वह जलमण्डल को प्रभावित करें।
- नीले हवा पत्तों की निगरानी: अपने फिश एक्वेरियम में नीले हवा पत्तों की उपस्थिति को सुनिश्चित करें। ये पत्ते ऑक्सीजन प्रदान करते हैं और जलमण्डल में तापमान को नियंत्रित करते हैं।
- वेंटिलेशन: अच्छी वेंटिलेशन सुनिश्चित करेगी कि जलमण्डल में पर्याप्त ऑक्सीजन उपलब्ध रहेगा। यह जलमण्डल की गुणवत्ता को सुनिश्चित करेगा।
- स्थानांतरण की सावधानी: मछलियों को स्थानांतरित करते समय सावधानी बरतें। इसके लिए उचित संकेतों को अवलोकित करें और जानकारी प्राप्त करें कि कौन सी मछलियाँ एक साथ रह सकती हैं।
- नगरीकरण: जलमण्डल की सफाई के लिए नियमित नगरीकरण करें। यह अवशेषों, विषाक्त पदार्थों और अनुजीवों को साफ करेगा और जलमण्डल को स्वच्छ रखेगा।
- विशेषज्ञ सलाह: मछली एक्वेरियम की देखभाल के लिए विशेषज्ञों से सलाह लें। वे आपको सही आहार, जल की गुणवत्ता, फ़िल्ट्रेशन सिस्टम और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में संबंधित जानकारी प्रदान कर सकते हैं।
- सतर्कता से देखभाल: अपने मछलियों की सतर्कता से देखभाल करें। किसी भी असामान्य व्यवहार, बीमारी या तकलीफ के मामले में तुरंत कार्रवाई करें और उचित इलाज या सहायता प्रदान करें
- नियमित जाँच और परीक्षण: जलमण्डल के पैरामीटरों की नियमित जाँच करें और आपातकालीन परीक्षण करें। यह जलमण्डल की स्वास्थ्य स्थिति को मापने में मदद करेगा और किसी असामान्यता को शीघ्रतापूर्वक पहचानने में सहायता करेगा।
- प्रतिस्पर्धा से बचें: जब आप विभिन्न प्रजातियों की मछलियों को एक साथ रखते हैं, तो प्रतिस्पर्धा से बचें। आपको सुनिश्चित करना होगा कि मछलियाँ अपने टेरिटोरी में सुरक्षित हैं और व्यक्तिगतता के बारे में ध्यान रखें।
- एक्वेरियम खरीदने से पहले जान लें किे फिश एक्वेरियम में अन्य मछलियों के साथ फाइटर मछली ना रखें।
इन मछली एक्वेरियम की देखभाल के टिप्स का पालन करके आप अपने एक्वेरियम को स्वस्थ, सुंदर और प्रफुल्लित बना सकते हैं। सुनिश्चित करें कि आप जलमण्डल की स्वच्छता, जल की गुणवत्ता, उचित तापमान और खाद्य के मामले में नियमित रूप से ध्यान देते हैं। इससे आपकी मछलियाँ स्वस्थ और प्रफुल्लित रहेंगी और आपको उन्हें पूरी ख्याल रखने में आनंद आएगा।
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एक्वेरियम में ऑक्सीजन बढ़ाने के लिए क्या करना चाहिए?

- पानी को साफ करने के लिए फिल्टर ही एक्वेरियम को ऑक्सीजन देने का काम कर सकता है: फिश टैंक में फिल्टर ऑक्सीजन जोड़कर पानी को साफ करने में मदद कर सकता है। यदि फ़िल्टर पर्याप्त मजबूत है, तो यह पानी को टैंक के ऊपर ले जा सकता है, जिससे इसे पर्याप्त ऑक्सीजन मिलती है। लेकिन हम बहुत ज्यादा छींटाकशी या शोर नहीं चाहते हैं। ऑक्सीजन जोड़ने में मदद के लिए हम फिल्टर को पानी के ऊपर रख सकते हैं। इससे मछलियों के लिए पानी बेहतर हो जाता है।
- ऑक्सीजन देने वाले पौधों के माध्यम से: तालाबों और एक्वेरियम में पौधे हमें सांस लेने के लिए अधिक हवा देते हैं, लेकिन केवल दिन के समय क्योंकि उन्हें बढ़ने के लिए प्रकाश और हवा की आवश्यकता होती है। रात में, वे अपने द्वारा बनाई गई कुछ हवा का उपयोग करते हैं। लेकिन क्योंकि वे वहाँ हैं, हमें मछलियों को स्वस्थ रखने के लिए मशीनों का उपयोग करने की आवश्यकता है।
एक्वेरियम और वास्तु
घर के एक्वेरियम के लिए वास्तु से जुड़े नियमों का पालन जरूरी है।

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- फिश एक्वेरियम के फायदे: कुछ लोगों का मानना है कि एक्वेरियम में मछलियां रखना सौभाग्य और धन ला सकता है। मछलियों को खुश और सकारात्मक जीवों के रूप में देखा जाता है, और उन्हें घर में रखने से हर कोई अच्छा महसूस कर सकता है। आपके घर में फिश टैंक होने से आप शांत और कम चिंतित महसूस कर सकते हैं। यह अपने आप को बेहतर महसूस कराने के लिए एक विशेष स्थान पर जाने जैसा है। चारों ओर तैरती मछलियों को देखना आपके दिमाग के लिए एक तरह की दवा की तरह हो सकता है।
- कितनी मछलियां रखना है शुभ: अपने घर में अच्छी ऊर्जा के लिए, अपने फिश टैंक में 9 मछलियां रखना एक अच्छा विचार है। लेकिन आपको यह भी सुनिश्चित करना होगा कि टैंक इतना बड़ा हो कि मछलियां खुशी से तैर सकें। घर में छोटा टैंक न रखें। अगर आपके पास बड़े फिश टैंक के लिए जगह नहीं है तो आप इसकी जगह 5 मछलियां रख सकते हैं। आपके टैंक में विषम संख्या में मछलियां होना सौभाग्य की निशानी है, लेकिन सिर्फ 3 मछलियां रखना शुभ नहीं होता है।
- फिश एक्वेरियम कहा रखे: यदि आपके घर में फिश टैंक है, तो इसे सही जगह पर रखना महत्वपूर्ण है। बड़े फिश टैंक का मुख पश्चिम की ओर होना चाहिए, जबकि छोटे का मुंह पूर्व, उत्तर या उत्तर पूर्व की ओर होना चाहिए। अपने बेडरूम या किचन में फिश टैंक रखना अच्छा विचार नहीं है क्योंकि यह दुर्भाग्य ला सकता है। घर में बहस से बचने के लिए, जब आप पहली बार अपने घर में प्रवेश करते हैं तो आप फिश टैंक को बाईं ओर रख सकते हैं।
Tip: मछलियों के लिए सुक्ष्म पौधों का सेवन। सुक्ष्म पौधे एक्वेरियम के पानी में ऊर्जा और ऑक्सीजन प्रदान करते हैं और वातावरण को सुदृढ़ करते हैं। इन पौधों में शामिल हो सकते हैं – हॉर्नवर्ट, वालिसनेरिया, जावा मॉस, ड्रेगन टेल प्लांट, और वाटर वाइस्टरिया। ये पौधे जलचर प्राणियों के लिए संतोषजनक स्थान और आहार प्रदान करते हैं। इसे अपने एक्वेरियम में जोड़कर, आप अपनी मछलियों के लिए स्वस्थ और सुंदर माहौल बना सकते हैं।

एक्वेरियम मछली की बीमारी
- मछलियों के जीवाणु संबंधी रोग
- मछलियों के फफूंद रोग
- मछलियों में परजीवी रोग
- मछलियों में प्रोटोजोआ रोग
- मछलियों में गैर-संक्रामक विकृतियाँ
- मछलियों में होने वाले विभिन्न रोग
- मछलियों में वायरल रोग
Frequently Asked Questions (FAQ)
प्रश्न 1: मछली पालन में सबसे महत्वपूर्ण क्या है?
उत्तर: मछली पालन में सबसे महत्वपूर्ण चीज है स्वच्छता और जल की गुणवत्ता का ध्यान रखना। अपने एक्वेरियम को नियमित रूप से साफ़ करें और स्वच्छ जल प्रदान करें।
प्रश्न 2: एक्वेरियम के लिए कितने दिनों में पानी को बदलना चाहिए?
उत्तर: फिश एक्वेरियम के लिए पानी को 2 हफ्ते में कम से कम एक बार बदलना चाहिए। पानी को बदलने से पहले इसे उपयुक्त तापमान तक गर्म करें और इसे डीक्लोरीनेट करें ताकि यह मछलियों के लिए सुरक्षित हो।
प्रश्न 3: मछलियों को क्या आहार प्रदान करना चाहिए?
उत्तर: मछलियों को उनके प्राकृतिक आहार के अनुसार पोषण प्रदान करना चाहिए। आप उन्हें प्राकृतिक मछली आहार, जैसे कि खाद्य पिल्ले, मछलियों के लिए बनाए गए वनस्पति आहार और मछलियों के लिए विशेषतः तैयार किए गए आहार, जैसे कि ग्रैन्यूल्स और पेलेट्स दे सकते हैं। याद रखें, समय-समय पर खाद्य प्रदान करना और अधिकांशतः खाद्य को खाने के बाद अवशेष निकाल देना महत्वपूर्ण है।
प्रश्न 4: एक्वेरियम में कितनी मछलियों को रखना चाहिए?
उत्तर: एक्वेरियम में मछलियों की संख्या एक्वेरियम के आकार, फ़िल्ट्रेशन क्षमता, और मछलियों के आकार पर निर्भर करेगी। आमतौर पर, सामान्य निर्देशों के अनुसार, एक्वेरियम के लिए हर 4 लीटर पानी पर एक मछली की सिफारिश की जाती है।
यदि आप बड़े साइज़ के मछली पाल रहे हैं, तो उनके लिए पर्याप्त स्थान और प्रदूषण कम करने के लिए अधिक बड़ा एक्वेरियम चुनें। हालांकि, नये फिश एक्वेरियम की शुरुआत में आपको अपनी जगह की प्रतिरोधक क्षमता को ध्यान में रखते हुए धीरे-धीरे मछलियों की संख्या को बढ़ाना चाहिए। ध्यान रखें कि अधिक मछलियों को रखने से जल की गुणवत्ता पर असामान्य प्रभाव पड़ सकता है, इसलिए उचित साफ़-सफाई और फ़िल्ट्रेशन की जरूरत होती है।
Disclaimer: Fish Aquarium Care Tips In Hindi में जानकारी केवल शिक्षात्मक उद्देश्यों के लिए है और मछली पालन और एक्वेरियम की देखभाल के बारे में सामान्य जानकारी प्रदान करने का उद्देश्य रखता है। इस जानकारी का उपयोग करने से पहले, कृपया इसे अपने पास स्थापित विशेषज्ञ या पशु चिकित्सक की सलाह के साथ सत्यापित करें। हम इस जानकारी की सटीकता की गारंटी नहीं देते हैं और किसी भी नुकसान या हानि के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे।