हल्दी और दूध: हल्दी में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण यूटीआई के लक्षणों को कम कर सकते हैं। एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पिएं। यह नुस्खा दिन में 2-3 बार ले सकते हैं।
सेब का सिरका: एक गिलास गर्म पानी में दो चम्मच सेब के सिरके को मिलाकर नियमित रूप से पिएं। सेब का सिरका यूरिन ट्रैक्ट संक्रमण के कारण बढ़े हुए बैक्टीरिया को कम करने में मदद कर सकता है।
पत्ता आम का रस: ताजा पत्ता आम को पीसकर रस निकाले और एक चम्मच रस को गुणगुणे गर्म पानी में मिलाकर पिएं। यह नुस्खा यूटीआई के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है।
नारियल पानी: रोजाना नारियल पानी पीने से शरीर की हाइड्रेशन में सुधार होता है और यूटीआई इन्फेक्शन के बैक्टीरिया को बाहर निकालने में मदद मिलती है।
गुलाबी पानी: रोज गुलाबी फूल के पानी में भिगो दें, एक गिलास पानी में मिलाकर पिएं। यह प्राकृतिक ग्राम-पॉजिटिव बैक्टीरिया को कम करने में मदद कर सकता है जो यूरिन इन्फेक्शन का कारण बनता है।
धनिया के बीज: धनिया के बीज को पीसकर एक चम्मच बीजों को गुणगुणे पानी में मिलाकर पिएं। यह एंटीमाइक्रोबियल गुणों से भरपूर होता है और यूटीआई के खिलाफ लड़ने में मदद कर सकता है।
गौ मूत्र: गौ मूत्र को एक गिलास पानी में मिलाकर पिएं। गौ मूत्र में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो यूरिन इन्फेक्शन के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं।
तुलसी की पत्तियां: तुलसी की पत्तियों को पानी में उबालकर उस पानी को पीने से यूरिन ट्रैक्ट संक्रमण के लक्षण कम हो सकते हैं। तुलसी की पत्तियों में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं।
प्याज का रस: यूटीआई के लक्षणों को दूर करने में मदद करते हैं। प्याज के एक छोटे से टुकड़े को चबा लें या उसका रस निकालकर पी लें। इसे दिन में दो-तीन बार करें।
दही: दही में प्रोबायोटिक होते हैं जो पेशाब में इंफेक्शन के लक्षणों को दूर करने में मदद करते हैं। दही को रोजाना खाएं या फिर इसे चाशनी में मिलाकर पी लें।
क्रैनबेरी जूस: यह यूरिन ट्रैक्ट संक्रमण से निपटने के लिए एक लोकप्रिय नुस्खा है। क्रैनबेरी जूस में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो बैक्टीरिया को मार सकते हैं।
चावल का पानी: भिगोये हुए चावल के साफ़ पानी में एक चम्मच चीनी मिलाकर पिने से यूरिन इन्फेक्शन के कारण पेशाब में होने वाले जलन से बहुत राहत मिलती है।