Anxiety Disorder | एक्साइटी विकार: 15 छिपे हुए और आश्चर्यजनक तथ्य (Hidden facts) जो आपको हैरान कर देंगे!

बहुत से लोग नहीं जानते हैं कि एक्साइटी विकार एक मानसिक स्वास्थ्य समस्या है, जिसमें मन और शरीर के भावात्मक प्रतिक्रियाओं में अचानक और अधिकांश बार अपेक्षाकृत संकोच और उत्तेजना होती है।

अक्सर एक्साइटी विकार | चिंता विकार का मूल कारण आवास के अभाव में छिपा होता है, जो मानसिक तनाव (stress) और चिंता का कारण बन सकता है।

एक्साइटी विकार वाले लोगों के लिए सामान्य गतिविधियों को पूरा करना भी मुश्किल हो सकता है, जैसे कि खाना खाना, सोना या समय पर काम करना।

एक्साइटी विकार | चिंता विकार में बार-बार चिंता की अवस्था होती है, जिससे शरीर के अंग जैसे हाथ, पैर, मुंह, गले आदि कांप सकते हैं।

इस विकार (Anxiety Disorder) में रात को सोते समय भी अचानक आंखें खुल सकती हैं और मन शांत नहीं होता है, जिससे नींद नहीं आती है।

एक्साइटी विकार वाले लोग अक्सर स्कूल और कार्यक्षेत्र में सचेत और संगठित होते हैं।इस विकार का उपचार व्यक्ति के स्थानांतरण और बदलते वातावरण के साथ बदलता रहता है।

ध्यान और योग का अभ्यास एक्साइटी विकार को कम करने में मददगार साबित होता है।अक्साइटी के लक्षणों में से कुछ लोगों को यातनाएं या चिढ़ावे भी होते हैं, जो उन्हें अपने दिनचर्या से अलग कर सकते हैं।

यदि एक्साइटी विकार बार-बार और लंबे समय तक बना रहता है, तो इससे दिल की बीमारियों और मधुमेह जैसी अन्य समस्याओं का भी कारण बन सकता है।

एक्साइटी विकार के लिए दवा की ज़रूरत केवल गंभीर मामलों में होती है, और यह समस्या सामान्य रूप से उपचार के बिना भी नियंत्रित की जा सकती है।

एक्साइटी विकार के लिए पथ्यचित्र योजना बनाना उपयुक्त होता है, जिसमें स्वस्थ आहार, पर्यावरण, व्यायाम, और मन की शांति को महत्व दिया जाता है।

एक्साइटी विकार वाले लोगों के लिए अभिव्यक्ति की कला, जैसे कि लिखना, चित्रकला या संगीत, मन को शांत करने में सहायक हो सकती है।

एक्साइटी विकार (Anxiety Disorder) में शरीर का तापमान (body temperature) बढ़ जाता है, जिससे पसीना बहने और हृदय की धड़कनें तेज हो सकती हैं।

ध्यान रखें, एक्साइटी विकार एक आम समस्या है और इसका उपचार संभव है। प्रशासनिक सहायता, संगठन, और परिवार का साथ इस समस्या को प्रबंधन करने में मदद कर सकते हैं।