उपवास से शरीर में केमिकल बैलेंस को संतुलित करके मानसिक स्थिरता का समर्थन किया जा सकता है।नियमित उपवास से आपका दिल स्वस्थ रहता है, जिससे हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा कम होता है।
उपवास करने से आपकी त्वचा में नई ऊर्जा आती है और चेहरे पर निखार आता है।उपवास शरीर के रसायनिक प्रक्रियाओं को सुधारकर रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
व्रत रखने से शरीर के आंतरिक अंगों को आराम मिलता है और पाचन प्रक्रिया में सुधार होता है।उपवास से शरीर का वजन नियंत्रित रहता है और मोटापे का सामना करना आसान होता है।
उपवास करने से शरीर में विषैले पदार्थों का निकास होता है, जिससे आपके शरीर की सफाई होती है।उपवास से शरीर के अंगों में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है और आप ताजगी से भरा महसूस करते हैं।
नियमित उपवास से शरीर की ऊर्जा का स्तर बढ़ता है, जिससे आप दिनभर तंदरुस्त और चुस्त रहते हैं।उपवास से आपकी नसों में सुधार होता है, जिससे आपके शरीर का ढीलापन दूर होता है।
व्रत रखने से आपके दाँत मजबूत होते हैं और मुंह की देखभाल में सुधार होता है।उपवास से शरीर की कोशिकाओं का निर्माण होता है, जो रोगों से लड़ने में मदद करते हैं।
उपवास करने से शरीर में एंटी-एजिंग प्रक्रियाएं तेजी से होती हैं।उपवास से आपका खून साफ होता है और रक्त संचार में सुधार होता है, जिससे आपको सिरदर्द और चक्कर नहीं आते हैं।
नियमित उपवास से आपका ध्यान और संयम बढ़ता है (patience), जिससे आपका मानसिक क्षमता बनी रहती है और आप तनाव मुक्त (de-stress) रहते हैं।