धर्म भय पर विजय है; असफलता और मौत का मारक है || डर, मन की एक स्थिति के आलावा और कुछ भी नहीं है || मझिए, खुद किसी जीव को ना मारें और दूसरों को भी ऐसा करने से मना करें ||
कोई भी व्यक्ति बहुत ज्यादा बोलते रहने से कुछ नहीं सीख पाता| समझदार व्यक्ति वही कहलाता है जोकि धीरज रखने वाला, क्रोधित न होने वाला और निडर होता है ||
जब सभी लालची हो जाते हैं तो हम डर के रहते हैं, और जब सभी डर जाते हैं तब हम लालची बन जाते हैं || समय के साथ जिससे हम अक्सर डरते हैं उससे नफरत करने लगते हैं ||
उससे मत डरो जो वास्तविक नहीं है, ना कभी था ना कभी होगा.जो वास्तविक है, वो हमेशा था और उसे कभी नष्ट नहीं किया जा सकता|| हम निडर तब बनते हैं जब हम वो करते हैं जिसे करने से हमें डर लगता है||
जहाँ सम्मान है वहां डर है ,पर ऐसी हर जगह सम्मान नहीं है जहाँ डर है, क्योंकि संभवतः डर सम्मान से ज्यादा व्यापक है|| काफी दिनों से कोई नया जख्म नहीं मिला; पता तो करो.. “अपने” हैं कहां?
मैंने ये जाना है कि डर का ना होना साहस नही है , बल्कि डर पर विजय पाना साहस है. बहादुर वह नहीं है जो भयभीत नहीं होता , बल्कि वह है जो इस भय को परास्त करता है||
कोई भी व्यक्ति बहुत ज्यादा बोलते रहने से कुछ नहीं सीख पाता| समझदार व्यक्ति वही कहलाता है जोकि धीरज रखने वाला, क्रोधित न होने वाला और निडर होता है|
जब सभी लालची हो जाते हैं तो हम डर के रहते हैं, और जब सभी डर जाते हैं तब हम लालची बन जाते हैं. समय के साथ जिससे हम अक्सर डरते हैं उससे नफरत करने लगते हैं.
जहाँ सम्मान है वहां डर है ,पर ऐसी हर जगह सम्मान नहीं है जहाँ डर है, क्योंकि संभवतः डर सम्मान से ज्यादा व्यापक है. आपका जीवन महान हो इसके लिए आपका विश्वास आपके भय से बड़ा होना चाहिए .
रातों को चलती रहती है मोबाईल पर उँगलियाँ, सीने पर किताब रखकर सोए ज़माना गुज़र गया……. डरे हुए लोग, भूत का नाम लेकर डराते है सयाने लोग, भूत को इक वहम बताते है.
आजकल सच्चा प्रेम भूत की तरह हो गया है, चर्चा सभी करते है पर दिखता कहीं नहीं है. लातों के भूत बातों से नहीं मानते है, ऐसे दोस्तों को हम अच्छी तरह पहचानते है.
जूनून जब भूत की तरह सिर पर सवार हो जाता है, यकीन मानों हर मुश्किल काम आसान हो जाता है. ऐसा लगा कोई भूत था जो उतर गया, इक तरफ़ा इश्क़ था जो दिल में ही मर गया.