हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में अपनी तिब्बती आबादी के लिए प्रसिद्ध धर्मशाला, मैक्लोडगंज के उपनगरीय क्षेत्रों को लोकप्रिय रूप से “लिटिल ल्हासा” के रूप में जाना जाता है, यह यात्रा करने के लिए एक महान हिल स्टेशन है। यह कई साहसिक ऑफबीट भूमि और हिल स्टेशनों से घिरा हुआ है। मैक्लोडगंज के पास घूमने के लिए बहुत सारे अद्भुत स्थान हैं, और हमने सबसे अच्छे Mcleodganj Places To Visit को नीचे सूचीबद्ध किया है।
Table of Contents
Mcleodganj Places To Visit
1 Masroor Temple – Famous Nagra Architectural Style
यह 8वीं शताब्दी का हिंदू मंदिर मैक्लोडगंज में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है, जो उत्तर भारतीय नागरा स्थापत्य शैली की सुंदरता को प्रकट करता है। मसरूर मंदिर हिमाचल प्रदेश के कंगड़ा जिले में स्थित है और यह नागरा स्टाइल में बना हुआ है। यह मंदिर भारत में सबसे प्राचीन और अद्भुत मंदिरों में से एक है। मसरूर मंदिर चौथी शताब्दी से भी पुराना है और अनेक बुद्धिमान इंसानों द्वारा बनाया गया था।
यह मंदिर गुम्बदों, शिखरों और भवनों के साथ बना हुआ है जो नागरा स्टाइल के अनुसार बनाया गया है। मसरूर मंदिर में अनेक धार्मिक और ऐतिहासिक मूर्तियां हैं जो आपको आकर्षित करती हैं। इस मंदिर में चार मंदिर हैं जो एक दूसरे से थोड़े दूर हैं। इन मंदिरों में अनेक शिवलिंग और अन्य धार्मिक मूर्तियां हैं।

मसरूर मंदिर का वातावरण बहुत शांतिपूर्ण है और आप इसे देखकर अपनी भावनाओं को शांत कर सकते हैं। यहां की सुंदरता आपको दंग कर देगी और आप चाहेंगे कि आप इस जगह पर हमेशा रुक जाएं। इसलिए, अगर आप हिमाचल प्रदेश में हैं तो अपनी सूची में मसरूर मंदिर जरूर शामिल करें।
इस मंदिर की दीवारों पर भव्य स्कुलप्चर भी देखे जा सकते हैं। इसकी दीवारों पर चढ़ने के बाद आप खूबसूरत परिदृश्यों का आनंद उठा सकते हैं। इस मंदिर में प्राचीन संस्कृति के साक्षात्कार का मजा लें और इसकी भव्यता का अनुभव करें।
इस मंदिर को पहुंचने के लिए, आप धर्मशाला या कंगड़ा से आसानी से टैक्सी या बस का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे जाने के लिए सबसे अच्छा समय सुबह या शाम का होता है जब वातावरण शांत रहता है।
इसके अलावा, मसरूर मंदिर का दूसरा नाम रॉक कट टेम्पल है क्योंकि यह चट्टानों के बीच में स्थित है जो इसे और भी खास बनाता है। इसलिए, इस शानदार ऐतिहासिक स्थल को आपको जरूर देखना चाहिए।
- स्थान: लहलपुर, मसरूर, हिमाचल प्रदेश
- समय: सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक
- घूमने का सबसे अच्छा समय: मार्च (शिवरात्रि पर)
- के लिए प्रसिद्ध: पर्यटन स्थलों का भ्रमण
- प्रवेश शुल्क: INR 25 प्रति व्यक्ति
- कैसे पहुंचा जाये: मंदिर 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और एक टैक्सी किराए पर लेकर पहुंचा जा सकता है।
2 Triund – Crown Jewel Of Dharamshala
धर्मशाला के मुकुट रत्न के रूप में जाना जाने वाला त्रिउंड सबसे लोकप्रिय मैक्लोडगंज पर्यटन स्थलों में से एक है। त्रिउंड हिल स्टेशन, हिमाचल प्रदेश में स्थित एक प्रमुख पर्वतीय पर्यटन स्थल है। यह पर्वत भूमि में स्थित होने के कारण, यह एक खूबसूरत दृश्य प्रदान करता है जिसे पर्यटकों द्वारा बहुत लोकप्रिय माना जाता है।
त्रिउंड ट्रेक का प्रारंभ धर्मशाला से करना होता है, जो लगभग 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस ट्रेक में आपको रस्से के इस्तेमाल करने की आवश्यकता होती है ताकि आप पर्वतीय क्षेत्र में सुरक्षित रह सकें। इस ट्रेक में तीन या चार घंटे लग सकते हैं, लेकिन यह आपके शारीरिक शक्ति और अनुभव के आधार पर भी बदल सकता है।

ट्रेक के दौरान, आप चोटी के ऊपर से बेहतरीन दृश्य देख सकते हैं। यहां से आप हिमालय की खूबसूरत नजारों का आनंद ले सकते हैं और साथ ही बहुत सारे जंगली जानवरों को देख सकते हैं।
त्रिउंड पहाड़ी के शीर्ष पर, आप एक खास छोटा सा कैम्पिंग ग्राउंड भी देख सकते हैं। वहाँ आप एक आरामदायक और शांत वातावरण में अपनी शाम का समय बिता सकते हैं। यदि आप चाहते हैं तो आप अपनी टेंट लेकर यहां रात बिता सकते हैं।
त्रिउंड ट्रेक अप्रैल से नवंबर के बीच सबसे अधिक आकर्षक होता है। इस समय पर्यटकों की संख्या बढ़ जाती है और पर्यटन स्थल भीड़ से भर जाता है। अगर आप शांतिपूर्ण और शांत वातावरण चाहते हैं, तो आप इस स्थान को अक्टूबर-नवंबर के महीनों में भी जा सकते हैं।
यदि आप एक अवेंचर लवर हैं, तो त्रिउंड ट्रेक आपके लिए एक सुविधाजनक और रोमांचक विकल्प हो सकता है। आप यहां बेहतरीन वातावरण और अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। इससे आपकी जिंदगी का एक अनोखा अनुभव होगा।
- स्थान: हिमाचल प्रदेश
- समय: कभी भी
- यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: मई और जून
- के लिए प्रसिद्ध: ट्रेकिंग
- कैसे पहुंचा जाये: आपको सबसे पहले गुल्लू मंदिर पहुंचना होगा जहां से आप त्रिउंड के लिए अपना ट्रेक शुरू कर सकते हैं जो लगभग 6 किलोमीटर दूर है।
3 Bhagsu Falls – Paradisiacal Scenery
भागसू जलप्रपात, सबसे लोकप्रिय मैक्लोडगंज जलप्रपात है, जो अपने हरे-भरे परिवेश और स्वर्ग के दृश्यों के लिए जाना जाता है। भाग्सू झरना दिल्ली से लगभग 475 किलोमीटर दूर है और धर्मशाला के शहर से कुछ किलोमीटर दूर है। यह झरना उन पर्यटकों के लिए एक आकर्षक स्थल है जो धर्मशाला जाते हैं। यह झरना अपनी खूबसूरत तस्वीरों के लिए जाना जाता है।
झरना अपनी सुंदरता और प्राकृतिक वातावरण के लिए जाना जाता है। आप यहां अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिता सकते हैं। यहां आप शांतिपूर्ण और अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। झरने के चारों तरफ घाटी में आप आरामदायक वातावरण में वॉक कर सकते हैं और यहां से आप शहर के निकटतम स्थानों तक जा सकते हैं।
झरने के चारों ओर कुछ छोटे-छोटे दुकान हैं जो आपको स्थानीय वस्तुओं, खाद्य पदार्थों और अन्य चीजों का अनुभव करने का अवसर देते हैं। झरने के बगल में भाग्सू नाथ मंदिर है, जो वहाँ शांति और आध्यात्मिकता के लिए जाने जाते हैं।

झरने को पानी की धारा और उसके निकटतम परिवेश से भी जाना जाता है। आप यहां अपने दोस्तों और परिवार के साथ एक पानी का स्नान ले सकते हैं। इस जगह को सुंदर बनाने के लिए पेड़ों और झाड़ियों से घिरा हुआ आसमान दृश्य है।
भाग्सू झरना सर्वाधिक जाने जाने वाले स्थलों में से एक है और आपको जरूर जाना चाहिए। यहां से आप शांतिपूर्ण वातावरण और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं।
- स्थान: श्री गुन्ना देवी मंदिर, धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश का मार्ग
- समय: 24 घंटे खुला रहता है
- यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: मार्च से जून
- के लिए प्रसिद्ध: पर्यटन स्थलों का भ्रमण
- कैसे पहुंचा जाये: जलप्रपात मुख्य बाजार से केवल 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, इसलिए कोई भी इन झरनों तक आसानी से चल सकता है।
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4 St. John’s Church – Known For Rock Solid Architecture
प्रामाणिक नव-गॉथिक वास्तुकला का चित्रण, सेंट जॉन चर्च शीर्ष मैकलोडगंज पर्यटक आकर्षणों में से एक है। सेंट जॉन चर्च भारत में स्थित अंग्रेजी कलीसियों का एक प्रसिद्ध स्थल है। इसे भारतीय आधुनिकता की नींव रखने वाले जॉन थॉमस पर नामित किया गया था। यह चर्च 1852 में निर्मित की गई थी और यह धर्मस्थल इसकी कठोर रॉक सॉलिड विशेषता के लिए जानी जाती है।

इस चर्च की विशेषता उसकी भव्य दीवारों और उनमें उन्नत छतों की है। इस चर्च का निर्माण स्थान ढालाडार पहाड़ियों के मध्य बसा हुआ है, जिससे आप आसमान के साथ एक सुंदर प्राकृतिक दृश्य का आनंद ले सकते हैं। सेंट जॉन चर्च धर्म स्थल के रूप में नहीं होता है, बल्कि यह स्थान आधुनिकता के इतिहास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- स्थान: नड्डी गांव से मैक्लोडगंज रोड
- समय: सुबह 7 से शाम 7 बजे तक
- घूमने का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से फरवरी
- के लिए प्रसिद्ध: पर्यटन स्थलों का भ्रमण
- कैसे पहुंचा जाये: इस चर्च तक पहुंचने का सबसे अच्छा तरीका मैक्लोडगंज से कैब की सवारी करना है।
5 Vipassana Meditation Centre – Find Peace Of Mind
विपश्यना मेडिटेशन सेंटर भारत के धर्म स्थलों में से एक है, जहां आप अपने दिमाग को शांत कर सकते हैं। यहां लोग विपश्यना ध्यान विधि के माध्यम से मानसिक शांति का अनुभव करते हैं। यह स्थान जीवन का एक अलग अनुभव होता है।
विपश्यना ध्यान विधि बौद्ध धर्म के आधार पर है। इसमें मानसिक एवं शारीरिक अभ्यास का एक विशेष तरीका होता है। यहां सभी व्यक्ति बिना किसी अलग-थलग के खर्च के अधिकतम तीन से दस दिनों के लिए रह सकते हैं।

विपश्यना मेडिटेशन सेंटर ढालाडार पहाड़ों के बीच में स्थित है। यहां आप जीवन में नई ऊर्जा प्राप्त कर सकते हैं। यहां की सूर्योदय और सूर्यास्त की रोशनी बेहद सुंदर होती है। इस स्थान का मुख्य उद्देश्य मानसिक शांति देना होता है और इसके अलावा यहां रहने वाले लोग नयी जिंदगी की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित किए जाते हैं।
- स्थान: कांगड़ा, मैक्लोडगंज, धर्मशाला
- समय: सुबह 9:30 से 11:30, दोपहर 12:30 से शाम 4 बजे (रविवार को बंद)
- घूमने का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से फरवरी
- के लिए प्रसिद्ध: शांत वातावरण
- कैसे पहुंचा जाये: केंद्र 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जिसे कैब की सवारी से कवर किया जा सकता है।
6 Dal Lake – Enjoy The Serene Environment
कश्मीर की डल झील से अपना नाम लेने के बाद, मैक्लोडगंज में डल झील हिमाचल प्रदेश में एक मध्यम ऊंचाई वाली छोटी झील है।
डाल झील हिमाचल प्रदेश के म्यूनरी गांव में स्थित है। यह झील खूबसूरत तत्वों से भरपूर है जो इसे एक स्वर्गीय स्थल बनाते हैं। यहां की तस्वीरें फोटोग्राफरों के लिए एक आकर्षक स्थल होती है। यह झील विश्वसनीय रूप से आकर्षक होता है जो लोगों को अपनी शांति और खुशी से भर देता है।
यहां के पानी का रंग अलग-अलग मौसमों में भी बदलता रहता है। झील के आसपास पेड़ों और पहाड़ों का एक अद्भुत नजारा होता है। झील का पानी अत्यंत शुद्ध और खराब नहीं होता है। यह जहां से बहुत से नदियां निकलती हैं।

डाल झील में नाव यात्रा का भी आनंद लिया जा सकता है। इसके अलावा यहां कैंपिंग और ट्रेकिंग का आनंद भी लिया जा सकता है। यहां के दुर्गम स्थानों में जाने से पहले आपको गाइड की सलाह जरूर लेनी चाहिए। यहां की शांति और सुंदरता आपको भटकते दिखाई देने वाली सभी तनावों को दूर कर देगी।
- स्थान: मैक्लोड गंज, हिमाचल प्रदेश
- समय: सुबह 7 बजे से रात 8 बजे तक
- यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: मई से अक्टूबर
- के लिए प्रसिद्ध: पर्यटन स्थलों का भ्रमण
- कैसे पहुंचा जाये: टैक्सी स्टैंड से टैक्सी किराए पर लें और डल झील की सवारी करें।
7 Tibetan Market – Diverse Variety Of Handmade Goods
शॉपहॉलिक्स मैक्लोडगंज को इसके विविध और रमणीय किस्म के हस्तनिर्मित तिब्बती सामानों के लिए बिल्कुल पसंद करते हैं जो उत्कृष्ट घरेलू सजावट के सामान, धार्मिक उपहार और दोस्तों और परिवार के लिए उपहार हैं।
तिब्बती मार्केट ढालादारा में स्थित है, जो मैकलोडगंज का शीर्ष पर्यटन स्थल है। यह बाजार तिब्बती कलाकारों द्वारा हाथ से बनाए गए वस्तुओं का विस्तृत विविधता प्रदान करता है। इस बाजार में उन वस्तुओं का विस्तृत विवरण है जो आपकी नजरों के सामने आते हैं।

यहां तिब्बती स्टोल्स, कॉस्ट्यूम ज्वेलरी, कार्पेट, टेपेस्ट्री, शॉल, हस्तशिल्प वस्तुएं और बहुत कुछ खरीदा जा सकता है। आप इन वस्तुओं को बहुत उचित मूल्य में खरीद सकते हैं। बाजार में स्थानीय वस्तुओं के अलावा तिब्बती गुरु रिम्पोचे की वस्तुएं भी उपलब्ध होती हैं।
- स्थान: जोगीवारा रोड, मैक्लोड गंज, हिमाचल प्रदेश
- यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: वर्ष के किसी भी समय
- के लिए प्रसिद्ध: खरीदारी
- कैसे पहुंचा जाये: बाजार सिर्फ 4.3 किमी दूर है और सभी दर्शनीय स्थलों की यात्रा के बाद शाम को यहां जाया जा सकता है।
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8 Dharamkot – A Quaint Town
धर्मकोट एक कम प्रसिद्ध लेकिन सुंदर हिप्पी गांव है जो धर्मशाला में मैक्लोडगंज के बहुत करीब स्थित है। योग गांव के रूप में भी जाना जाता है, यह विचित्र शहर मैक्लोडगंज में सबसे उत्कृष्ट दर्शनीय स्थलों में से एक है।
धर्मकोट धर्मशाला से कुछ किलोमीटर दूर स्थित एक छोटा सा शांत गांव है। यहां के पहाड़ों की खूबसूरती दिल को छू लेती है। धर्मकोट धर्मशाला के पर्यटकों के लिए आकर्षक स्थलों में से एक है।

धर्मकोट के लिए ट्रेकिंग और हाइकिंग करने के शौकीन लोग यहां आते हैं। यहां के पहाड़ों पर ट्रेकिंग करने से आपको एक स्वर्ग से कम नहीं नजर आता है। धर्मकोट से चले जाने वाले ट्रेक रोड से सफर आपको पहाड़ों और जंगल के बीच से गुजरते हुए चलने का आनंद देता है।
धर्मकोट में आपको शांत माहौल, शांति और स्वयं को खोजने का एक विशेष अनुभव मिलेगा। यहां लोगों का वातावरण बहुत ही सौम्य होता है और आप अपने आप को एक नए रुप में खोज सकते हैं। धर्मकोट यहां के शांत वातावरण के लिए जाना जाता है।
- स्थान: हिमाचल प्रदेश
- समय: कभी भी
- यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: सितंबर से जून
- के लिए प्रसिद्ध: सुंदर दृश्य
- कैसे पहुंचा जाये: धर्मकोट जाने के लिए आप मैकलोडगंज में कहीं से भी बस या ऑटो रिक्शा ले सकते हैं, जो मैक्लोडगंज से सिर्फ 2 किमी दूर है।
9 Kangra Fort – A Royal Palace
एक अन्य लोकप्रिय मैकलोडगंज पर्यटन स्थल, कांगड़ा किला शाही कटोच वंश द्वारा निर्मित एक शाही महल है।
कांगड़ा किला हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला शहर में स्थित है। यह किला 4 किमी के दूरी पर पूर्व में कांगड़ा शहर से स्थित है। किले की नींव 1009 ईसा पूर्व में राजा सुजनपाल द्वारा रखी गई थी। यह एक प्राचीन किला है जिसमें कई बार राजवंशों ने आक्रमण किया था। यह किला अपनी स्थानीय ऐतिहासिक महत्ता के लिए जाना जाता है।

कांगड़ा किले में बहुत सी विभिन्न भवन हैं, जैसे कि देवी जवालाजी का मंदिर, लक्ष्मी नारायण मंदिर, आदि। किले का विस्तार करीब 4 किलोमीटर है और इसे देखने में लगभग एक दिन का समय लगता है। इसके अलावा, किले के चारों ओर एक सुंदर नजारा है।
किले के बाहर एक छोटा बाजार होता है जहां से आप मिट्टी के उत्पादों, शैलीश कपड़ों, चाय, मक्खन और दूध व दही को स्थानीय लोगों से खरीद सकते हैं।
- स्थान: पुराना कांगड़ा, कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश
- समय: सुबह 9 बजे से शाम 5:30 बजे तक
- प्रवेश शुल्क: INR 100 प्रति व्यक्ति
- घूमने का सबसे अच्छा समय: सितंबर से नवंबर
- के लिए प्रसिद्ध: राजसी वास्तुकला
- कैसे पहुंचा जाये: किला 28 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जहाँ एक साधारण टैक्सी की सवारी द्वारा पहुँचा जा सकता है।
10 Gallu Devi Waterfall
गल्लू देवी मंदिर से कुछ ही दूरी पर, यह झरना मैकलोडगंज के पास कई दुर्लभ रत्नों में से एक है जिसे स्थानीय लोग अपने पास रखना पसंद करेंगे।
गल्लू देवी वाटरफॉल का उल्लेख शिमला हिमाचल प्रदेश में स्थित होता है। यह वाटरफॉल मैक्लोडगंज से लगभग 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह वाटरफॉल एक छोटा सा पर्यटक स्थल है, जो प्राकृतिक सौंदर्य से लबालब भरा हुआ है।
यह वाटरफॉल एक माँदिर के पास स्थित है, जो माँ गल्लू देवी के नाम पर संबंधित है। वाटरफॉल को पहुंचने के लिए आपको एक छोटा सा ट्रेक करना पड़ता है। ट्रेक के दौरान आपको पहाड़ों की हरे-भरे फ़िज़ा का आनंद मिलता है और वाटरफॉल के नजारे आपके मन को ताजगी देते हैं।

यहाँ पर जाने का सबसे अच्छा समय सुबह के समय होता है, जब मौसम शांत होता है और पानी की धार भी ज्यादा होती है। यहाँ पर आपको एक छोटा सा पानी का पूल भी मिलता है, जहाँ आप अपने पैरों को ठंडक पा सकते हैं। आप यहाँ पर शांत माहौल में अपने खाने-पीने का आनंद भी ले सकते हैं।
- स्थान: 789H+8QF, करेरी, हिमाचल प्रदेश
- समय: सुबह से शाम तक
- यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: मार्च से जुलाई
- के लिए प्रसिद्ध: पर्यटन स्थलों का भ्रमण
- कैसे पहुंचा जाये: पैदल, बस, कैब द्वारा
मैक्लोडगंज हिमाचल प्रदेश Special Dishes
मैक्लोडगंज एक स्थान है जो हिमाचल प्रदेश के ढाईस समुदाय से जुड़ा हुआ है और यहां पर भोजन का विशेष तौर पर हिमाचल की स्थानिक रसोई और तिब्बती खाने की विविधता है। कुछ मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं।
- सिड्धू – सिड्धू हिमाचल का प्रसिद्ध व्यंजन है जो चने के आटे से बनता है। यह तरल और स्वादिष्ट होता है और आमतौर पर घी या चटनी के साथ सर्विंग किया जाता है।
- थुप्का – थुप्का तिब्बती खाने का एक लोकप्रिय विकल्प है जो मैक्लोडगंज में भी उपलब्ध है। यह नूडल्स, सब्जी और मसालों से बना होता है।
- मोमो – मोमो एक और लोकप्रिय तिब्बती व्यंजन है जो सामान्यतया मांस या सब्जियों से भरे गए आटे के गोल शक्करपारे होते हैं। इन्हें धनिया और लहसुन वाली चटनी के साथ सर्विंग किया जाता है।
- सिर्का – सिर्का एक लोकप्रिय हिमाचली व्यंजन है जो काले चने के आटे से बनता है। इसे धनिया, प्याज और लहसुन के साथ सर्विंग किया जाता है।
अगर आप मिठाई खाने के शौकीन हैं, तो आप यहां “मिठ्ठु” खाना ना भूलें। यह एक लोकप्रिय नारंगी रंग की मिठाई है जो शहद, दही और खोपरे के साथ बनाई जाती है। इसके अलावा, “सिंघारे” भी एक लोकप्रिय मिठाई है जो सूखे मेवे और घी से बनी होती है।
अगर आप एक दुकान में सभी यहां की स्पेशल डिशें प्रयास करना चाहते हैं तो “मैक्लोडगंज मार्केट” एक अच्छी जगह है जहां आप विभिन्न प्रकार के खाद्य सामग्री को आसानी से खरीद सकते हैं। इस मार्केट में तिब्बती भोजन, मोमो, चाय, बिस्कुट और अन्य वस्तुएं उपलब्ध होती हैं।
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Frequently Asked Questions (FAQ)
Q1 मैकलोडगंज क्या है?
Ans: मैकलोडगंज हिमाचल प्रदेश के उत्तरी भाग में स्थित एक पर्यटन स्थल है। यह भारतीय प्रशासनिक क्षेत्र धर्मशाला का एक हिस्सा है।
Q2 मैकलोडगंज में कौन से धर्मीय स्थल हैं?
Ans: मैकलोडगंज में कई धार्मिक स्थल हैं जैसे भग्सु नाथ मंदिर, स्टी जॉन चर्च, नादी शक्ति मंदिर, टिबेटियन बुद्धिस्ट मंदिर आदि।
Q3 मैकलोडगंज का सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल कौन सा है?
Ans: मैकलोडगंज में कई पर्यटन स्थल हैं जो बहुत लोकप्रिय हैं, लेकिन सबसे लोकप्रिय स्थल में से एक त्रिउंड ट्रेक है।
Q4 मैकलोडगंज में कौन से खाद्य स्थल हैं?
Ans: मैकलोडगंज में विभिन्न भोजन की विकल्पों का आनंद लेने के लिए कई रेस्टोरेंट और ढाबे हैं। इनमें से कुछ प्रसिद्ध रेस्टोरेंट हैं जैसे तिब्बती किचन, जिमी का किचन, दिल्ली डार्लिंग आदि।
Q5 मैक्लोडगंज की मुख्य भाषा क्या है?
Ans: मैक्लोडगंज की मुख्य भाषा हिंदी और अंग्रेज़ी है। हालांकि, यहां टिब्बती भी बोली जाती है।
Q6 मैक्लोडगंज जाने का सबसे अच्छा समय क्या है?
Ans: मैक्लोडगंज में अक्टूबर से जून तक जाना सबसे अच्छा होता है। इस समय आसमान साफ होता है और आप खूबसूरत दृश्यों का आनंद ले सकते हैं।
Q7 मैक्लोडगंज कैसे पहुंचा जाए?
Ans: नजदीकी हवाई अड्डा गगल बाग, धर्मशाला से लगभग 20 किलोमीटर दूर है। आप यहां से टैक्सी या बस की सुविधा ले सकते हैं।
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Conclusion: हिमालय वंडरलैंड में छुट्टी का सपना देख रहे हैं? मैक्लोडगंज की यात्रा की योजना बनाकर अपने सपने को जीवंत करें जो आपको आपकी आनंदमय यात्रा के दौरान Mcleodganj Places To Visit के लिए इन सर्वोत्तम स्थानों पर जाएँ।