Shilajit एक प्राकृतिक खनिज है जो पहाड़ों की चोटियों से प्राप्त किया जाता है। शिलाजीत एक आयुर्वेदिक दवा है, जिसे लगभग 3000 साल से इस्तेमाल किया जा रहा है, जो अनेक रोगों के इलाज में उपयोग किया जाता है। Shilajit के फायदे अनेक हैं और यह एक ऐसा खनिज है जो आपके स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक होता है। इस लेख में, हम Shilajit Ke Fayde के बारे में विस्तार से जानेंगे।
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शिलाजीत क्या है?
Shilajit एक प्राकृतिक औषधि है जो पहाड़ों के शिलाजीत चट्टानों से प्राप्त की जाती है। यह हिमालय और तिब्बत में पाया जाता है। इसे भारत, नेपाल, पाकिस्तान और चीन में भी पाया जाता है। Shilajit को रसायन विज्ञान और आयुर्वेदिक दवाओं में उपयोग किया जाता है। इसे ज्यादातर मर्दों के लिए शक्ति बढ़ाने वाला औषधि माना जाता है।
शिलाजीत के औषधीय गुण
Shilajit अनेक औषधीय गुणों से भरपूर होता है। इसमें होने वाले मुख्य औषधीय तत्वों में शिलाजीतीक एसिड, फुलविक एसिड, ऑक्सिफूलविक एसिड, हुमिक एसिड और iron शामिल होते हैं।
शिलाजीतीक एसिड के उपयोग से ब्लड प्रेशर नियंत्रण में मदद मिलती है। इसके अलावा यह एंटी-एजिंग प्रोपर्टीज भी रखता है। फुलविक एसिड के उपयोग से समस्याओं को दूर करने के साथ-साथ शरीर की ऊर्जा को बढ़ाया जा सकता है। ऑक्सिफूलविक एसिड के उपयोग से शरीर में oxygen की आपूर्ति में सुधार होता है।
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Shilajit Ke Fayde | शिलाजीत के फायदे हिंदी
Shilajit Ke Fayde अनेक हैं जो आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं। यहाँ हम शिलाजीत के कुछ महत्वपूर्ण फायदे जानेंगे:
- लयबद्धता ऊर्जा स्तर: Shilajit शरीर की ऊर्जा को प्रदान करती है और ऊर्जा स्तर को गति प्रदान करती है। यह आपको थकान और कमजोरी से दूर रखता है।
- मधुमेह नियंत्रण करने में मदद: शिलाजीत मधुमेह के लिए एक उपयोगी उपचार है। यह इंसुलिन के स्तर को कम करता है और इस रोग का नियंत्रण करने में मदद करता है।
- कैंसर से लड़ने में मदद: शिलाजीत में मौजूद निकाय कैंसर जैसी बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं। इसलिए इसका उपयोग कैंसर के इलाज में भी किया जाता है।
- फफूंदी (fungus) और सर्दी-जुकाम से लड़ने में मदद: शिलाजीत में मौजूद एंटी प्रॉपर्टीज इंफेक्शन से लड़ने में मदद करते हैं। इसलिए, इसे फंगी और सर्दी-जुकाम से लड़ने में इस्तेमाल किया जा सकता है।
- बॉन मैरो और ऑस्टियोपोरोज (Bone marrow and osteoporosis) के इलाज में मदद: शिलाजीत में मौजूद धब्बे बॉन मैरो के विकास और ऑस्टियोपोरोज के इलाज में मदद करते हैं। इसलिए, शिलाजीत को इन बीमारियों के उपचार में उपयोग किया जा सकता है।
- कमजोर नसों को सुधारता है: शिलाजीत में मौजूद मिनरल्स नसों के स्वस्थ विकास और कार्यों में मदद करते हैं। इसलिए, इसका उपयोग नसों की कमजोरी और दर्द से निजात पाने के लिए किया जा सकता है।
- मानसिक संतुलन: Shilajit में मौजूद फुल्विक एसिड शरीर का मानसिक संतुलन बनाए रखते हैं। यह चिंता, तनाव और अवसाद जैसी मानसिक समस्याओं से निजात पाने में मदद करता है।
- वजन घटाने में मदद: शिलाजीत वजन घटाने के लिए एक उपयोगी उपचार हो सकता है। इसका उपयोग अधिक वसा को घटाने और शरीर की ऊर्जा लेवल को बढ़ाने में मदद करता है।
- शरीर को ऊर्जा: शिलाजीत में मौजूद मिनरल्स और विटामिन शरीर को ऊर्जा देने में मदद करते हैं। इसलिए, शिलाजीत के सेवन से शरीर को एनर्जी मिलती है और यह शरीर को तंदुरुस्त और अधिक सक्रिय बनाए रखता है।
- बालों की सेहत में सुधार: शिलाजीत में मौजूद अन्तिवायरल गुण बालों की सेहत सुधारने में मदद करते हैं। इसके अलावा, शिलाजीत बालों को झड़ने से रोकता है और उन्हें मजबूत बनाए रखता है।
- त्वचा में सुधार: शिलाजीत में मौजूद एंटी बैक्टीरिया और एंटीफंगल गुण त्वचा की सेहत में सुधार करने में मदद करते हैं। यह त्वचा को दाग-धब्बे और अन्य परेशानियों से छुटकारा दिलाता है।
- मांसपेशियों का विकास: शिलाजीत में मौजूद फुल्विक अम्ल बॉडी बिल्डिंग के लिए उपयोगी होते हैं। इसके अलावा, शिलाजीत में मौजूद मिनरल्स और पोषक तत्व शरीर के मांसपेशियों का विकास करने में मदद करते हैं।
- महिला और पुरुषों की सेक्स संबंधी स्थिति में सुधार: शिलाजीत में मौजूद फुल्विक अम्ल और पोषक तत्व सेक्स संबंधी समस्याओं में मदद करते हैं। शिलाजीत के फायदे पुरुषों के लिए – यह मर्दों में स्पर्म काउंट (sperm count) बढ़ाता है और शिलाजीत के फायदे महिलाओं के लिए – स्त्रियों में हॉर्मोन बैलेंस (hormone balance) को बनाए रखने में मदद करता है।
- शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity) मजबूत होती है: शिलाजीत में मौजूद एंटीबॉडी बॉडी की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते हैं। इसके अलावा, शिलाजीत में मौजूद मिनरल्स और पोषक तत्व सेहत को बढ़ाने में मदद करते हैं जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है।
- जोड़ों के दर्द से राहत: Shilajit में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेट्री गुण शरीर के जोड़ों के दर्द को कम करते हैं। शिलाजीत का सेवन जोड़ों को मजबूत बनाने में भी मदद करता है जिससे जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है।
- दिल के स्वास्थ्य में सुधार: शिलाजीत में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेट्री गुण दिल के स्वास्थ्य को बढ़ाने में मदद करते हैं। इसके अलावा, शिलाजीत में मौजूद फुल्विक दिल की समस्याओं को ठीक करने में मदद करता है।
- स्किन की समस्याओं में सुधार: शिलाजीत में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण स्किन के स्वस्थ विकास में मदद करते हैं। इसके अलावा, शिलाजीत में मौजूद फुल्विक अम्ल स्किन की समस्याओं को दूर करता है जैसे कि एक्जिमा, प्सोरायसिस, त्वचा के रंग को निखारने आदि।
- बढ़ती उम्र से होने वाली बीमारियों से बचाव: शिलाजीत में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण बढ़ती उम्र से होने वाली बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं। शिलाजीत का सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है जो शरीर को विभिन्न बीमारियों से बचाने में मदद करती है।
- आंतों की समस्याएं दूर होती हैं: शिलाजीत में मौजूद फुल्विक अम्ल आंतों की समस्याओं को दूर करता है। इसके अलावा, शिलाजीत में मौजूद मिनरल्स शरीर को नियमित डाइजेशन में मदद करते हैं जो आंतों की समस्याओं को दूर करते हैं।

- गुर्दे की समस्याएं दूर होती हैं: शिलाजीत में मौजूद मिनरल्स और पोषक तत्व गुर्दे की समस्याओं को दूर करते हैं। शिलाजीत में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण गुर्दे की समस्याओं से लड़ने में मदद करते हैं। इसके अलावा, शिलाजीत का सेवन करने से किडनी स्टोन जैसी समस्याओं से बचाव होता है।
- सांस लेने की समस्याएं दूर होती हैं: शिलाजीत में मौजूद मिनरल्स सांस लेने से जुड़ी समस्याओं को दूर करते हैं। शिलाजीत का सेवन करने से अस्थमा, ब्रोंकाइटिस जैसी सांस लेने की समस्याएं दूर होती हैं।
- स्ट्रेस कम होता है: शिलाजीत में मौजूद मिनरल्स और पोषक तत्व स्ट्रेस कम करने में मदद करते हैं। शिलाजीत का सेवन करने से आपको चिंता, तनाव और थकान से राहत मिलती है।
- बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करे: Shilajit का प्रयोग अल्जाइमर्स और डिमेंशिया जैसी बुढ़ापे में होने वाली दिमागी समस्याओं में राहत दिला सकता है। वहीं, शिलाजीत से संबंधित एनसीबीआई की ओर से उपलब्ध शोध में स्पष्ट रूप से माना गया है कि इसमें एंटीएजिंग (बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करना) और रेज्यूवेनेटिंग (तरोताजा करने वाला) गुण पाया जाता है । ये दोनों गुण सम्मिलित रूप से शरीर को नई ऊर्जा प्रदान कर बढ़ती उम्र के शरीर पर दिखने वाले प्रभावों को दूर करने में मदद कर सकते हैं।
- डिमेंशिया में कारगर: डिमेंशिया भी एक यादाश्त से संबंधित बीमारी है। इसमें व्यक्ति को चीजों को याद रखने में परेशानी महसूस होती है। वहीं, इस बीमारी में सोचने-समझने की क्षमता भी कम हो जाती है। ऐसे में शिलाजीत इस समस्या का एक बेहतर हल माना जा सकता है। दरअसल, शिलाजीत में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाया जाता है, जो याददाश्त को बढ़ाने में मदद कर सकता है। वहीं, इसका इम्यूनोस्ट्यूमुलेंट (प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाला) गुण तंत्रिका संबंधी समस्या को ठीक करने में मदद कर सकता है। साथ ही यह दिमाग में मौजूद विषैले और हानिकारक तत्वों को हटाने में भी सहायक हो सकता है। ऐसे में इन सभी गुणों के सम्मिलित प्रभाव के तौर पर शिलाजीत डिमेंशिया की समस्या से उबरने में मददगार हो सकता है।
- व्यसनों को तोड़ने में मदद करता है: अन्य दवा पदार्थों के साथ अपनी अनूठी बातचीत के कारण, शिलाजीत का लत को तोड़ने की प्रक्रिया पर गहरा प्रभाव पड़ता है। जब ओपिओइड रोगियों को दिया जाता है तो यह वास्तविक व्यसन कम करता है और वापसी के लक्षण कम करता है।
Tip: अगर आप शिलाजीत का उपयोग कर रहे हैं तो एक अनोखी टिप है कि आप इसे दूध के साथ नहीं लेना चाहिए। इसके बजाय, आप शिलाजीत को गर्म पानी में मिलाकर ले सकते हैं। यह शिलाजीत की उपलब्धियों को अधिक सकारात्मक ढंग से प्रभावित करता है और उसके लाभों को बढ़ाता है। इसके अलावा, शिलाजीत को तापमान के नीचे संभावित रोगाणुओं से बचाए रखने के लिए गर्म पानी इसके साथ लेने का एक अच्छा तरीका है।
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Shilajit Uses

शिलाजीत एक प्राकृतिक पूरक है जिसे कैप्सूल, पाउडर या गोलियों के रूप में लिया जा सकता है। निर्देशों का सावधानीपूर्वक पालन करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि गलत तरीके से लिए जाने पर इस उत्पाद के विभिन्न दुष्प्रभाव हो सकते हैं। Shilajit का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें यदि आप इस बारे में अनिश्चित हैं कि इसे सुरक्षित तरीके से कैसे लिया जाए।
- स्वाद को बेहतर बनाने के लिए शिलाजीत को खाने में इलायची के बीज और शहद के साथ मिलाया जा सकता है।
- शिलाजीत एक प्रकार की आयुर्वेदिक औषधि है जिसे घी या मक्खन के साथ खाया जा सकता है।
- आप शिलाजीत को दूध के साथ भी पी सकते हैं।
- शिलाजीत का उपयोग नारियल के तेल के साथ आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए किया जा सकता है।
शिलाजीत सेवन विधि

- भोजन के बाद दिन में दो बार शिलाजीत कैप्सूल लें।
- शिलाजीत पाउडर एक प्रकार का पाउडर है जिसे वांछित प्रभाव प्राप्त करने के लिए पानी या दूध में मिलाया जा सकता है। आप इसे रोजाना 2 से 4 चम्मच ले सकते हैं।
- प्रत्येक भोजन के बाद एक शिलाजीत की गोली लें।
शिलाजीत कब खाना चाहिए?
Shilajit एक प्रकार की जड़ी-बूटी है जो आपकी ऊर्जा के लिए बहुत अच्छी होती है इसलिए आपको इसे सुबह खाने की कोशिश करनी चाहिए। अगर आप इसे रात में खाते हैं तो इससे आपकी नींद में खलल पड़ सकता है।
- शिलाजीत का 1 कैप्सूल दिन में दो बार लें। इसे लंच के बाद और डिनर के बाद लें। इसे गुनगुने पानी या दूध के साथ पिएं।
- शिलाजीत एक प्रकार की औषधीय जड़ी बूटी है। भोजन के बाद इसे गुनगुने दूध के साथ लेना उत्तम रहता है।
- शिलाजीत एक प्रकार का चूर्ण है जो एक पौधे से बनाया जाता है। आप इसे पेय बनाने के लिए पानी, दूध या शहद के साथ मिलाएं। इसे आप भोजन के बाद दिन में एक या दो बार ले सकते हैं।
असली शिलाजीत की कीमत
भारत में 10 ग्राम Shilajit की कीमत 200 रुपए से लेकर 800 रुपए तक हो सकती है।
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शिलाजीत कितनी देर में असर करता है?

शिलाजीत का असर दर्शाने में समय का विस्तार व्यक्ति की उम्र, शरीर की स्थिति और उपयोग के तरीके पर निर्भर करता है। कुछ लोगों को शिलाजीत का असर तुरंत नजर आने लगता है जबकि कुछ लोगों को इसमें कुछ समय लगता है।
आमतौर पर, शिलाजीत के लाभ दिखने में कुछ हफ्तों या महीनों का समय लग सकता है। हालांकि, कुछ लोगों को इसका असर तुरंत नजर आने लगता है।
Shilajit का असर बढ़ाने के लिए, इसे नियमित रूप से उपयोग करना चाहिए। यदि आप किसी विशेष चिकित्सीय समस्या से पीड़ित हैं, तो आपको शिलाजीत का उपयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।
हम शिलाजीत के फायदे जानते हैं (Shilajit benefits), लेकिन हम यह भी जानते हैं कि शिलाजीत का उपयोग करने के कुछ संभावित नुकसान भी हैं।
शिलाजीत के नुकसान हिंदी में
- ताकत का कमी: अधिक मात्रा में शिलाजीत का सेवन करने से शरीर में ताकत की कमी हो सकती है और मांसपेशियों को नुकसान पहुंच सकता है।
- श्वसन संबंधी समस्याएं: कुछ लोगों को शिलाजीत से श्वसन संबंधी समस्याएं होती हैं।
- अल्लर्जी: शिलाजीत के सेवन से कुछ लोगों को अल्लर्जी हो सकती है।
- खुजली: कुछ लोगों को शिलाजीत से खुजली होती है।
- शरीर का ठंडा पड़ जाना।
- दिल की धड़कन अनियमित हो जाती है।
- सिरदर्द भी होने लगता है।
अधिक मात्रा में Shilajit का सेवन करने से नुकसान हो सकते हैं, इसलिए आपको शिलाजीत की मात्रा को सीमित रखना चाहिए। इससे पहले आपको अपने चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।
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Frequently Asked Questions (FAQ)
Q1 शिलाजीत का सेवन कब तक कर सकते हैं?
Ans: शिलाजीत कितनी देर में असर करता है – शिलाजीत को नियमित रूप से सेवन करने से बेहतर परिणाम मिलते हैं। शुरुआत में, आप उसे एक महीने तक दिन में दो बार ले सकते हैं। इसके बाद, आप इसे एक बार दिन में ले सकते हैं। यह आपके स्वास्थ्य स्तर पर भी निर्भर करता है। इसलिए, सबसे बेहतर होगा कि आप अपने डॉक्टर से परामर्श करें और उनसे इसके सेवन की सलाह लें।
Q2 शिलाजीत कैप्सूल या शिलाजीत पाउडर क्या बेहतर होता है?
Ans: दोनों ही विकल्प बेहतर हो सकते हैं, लेकिन Shilajit capsule सबसे आसान तरीका हो सकता है इसे सेवन करने का। शिलाजीत कैप्सूल आसानी से उपलब्ध होते हैं और उन्हें बहुत सारे स्वास्थ्य स्टोर में आसानी से खरीदा जा सकता है। शिलाजीत पाउडर को बनाने में कुछ समय लगता है और इसका सेवन थोड़ा मुश्किल हो सकता है।
Q3 शिलाजीत के सेवन से कोई साइड इफेक्ट हो सकते हैं?
Ans: शिलाजीत के सेवन से कुछ लोगों को साइड इफेक्ट हो सकते हैं, जैसे कि जी मिचलाना या उलटी का अनुभव। इसलिए, यदि आप किसी भी समस्या का सामना करते हैं, तो आप इसे अगली बार सेवन से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं। इसके अलावा, यदि आप उच्च रक्तचाप या डायबिटीज के रोगी हैं, तो आपको इसके सेवन से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
Q4 शिलाजीत के अन्य फायदे क्या हैं?
Ans: शिलाजीत के सेवन से न केवल यौन समस्याओं को दूर किया जा सकता है, बल्कि इसके कुछ अन्य फायदे भी होते हैं।
Q5 शिलाजीत मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
Ans: – इसके सेवन से अल्जाइमर के लक्षण कम हो सकते हैं।
– शिलाजीत के सेवन से बालों का झड़ना भी कम हो सकता है।
– इसका सेवन शरीर की ऊर्जा को बढ़ाने में मदद करता है।
– शिलाजीत के अंशों में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाने में मदद करते हैं।
Q6 क्या शिलाजीत इरेक्टाइल डिसफंक्शन (स्तंभन दोष) के लिए अच्छा है?
Ans: हां, शिलाजीत के फायदे हिंदी में ऊपर बताया गया है कि शिलाजीत पुरुष स्पर्म और पुरुष प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में कारगर साबित हो सकता है। वहीं, पुरुष नपुंसकता से संबंधित एक शोध में इरेक्टाइल डिसफंक्शन (स्तंभन दोष) के जोखिमों को कम करने के मामले में शिलाजीत को सहायक औषधि बताया गया है। इस आधार पर शिलाजीत को इरेक्टाइल डिसफंक्शन के लिए अच्छा माना जा सकता है।
Q7 क्या शिलाजीत एक स्टेरॉयड है?
Ans: नहीं, Shilajit एक प्राकृतिक पदार्थ है, जिसमें प्रोटीन, मिनरल और लिपिड के साथ 5 प्रतिशत स्टेरॉयड जैसे गुणों वाला कंपाउंड भी मौजूद होता है ।
Q8 क्या शिलाजीत लिवर के लिए अच्छा है?
Ans: हां, शिलाजीत के उपयोग से लिवर स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद मिल सकती है । इसलिए, आयुर्वेदिक दवा के तौर पर लिवर के लिए इसे अच्छा माना जा सकता है।
Q9 सेक्स से पहले शिलाजीत कैप्सूल खाने से क्या होता है?
Ans: Shilajit को प्राचीन समय से ही बहुत अच्छी पुरुषों की सेक्स पॉवर बढ़ाने वाली (sex Power Boosting) दवा माना जाता है। दरअसल यह पुरूषों की कम सेक्स उत्तेजना (Low Sex Drive) को इरेक्शन (Erection) को ठीक करने के लिए एक अचूक आयुर्वेदिक इलाज मानी जाती थी।
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Disclaimer: Shilajit ke fayde से जुड़ी किसी भी जानकारी को समझाने से पहले यह जान लेना जरूरी है कि यह एक आयुर्वेदिक उपचार है। इसे सेवन करने से पहले आपको अपने चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए, वे आपके स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर इसका उपयोग करने की सलाह देंगे। हम यहाँ केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए सूचना प्रदान कर रहे हैं और इसे चिकित्सा उपचार की जगह नहीं लिया जाना चाहिए।